ICC Women's World Cup 2022: वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में मिताली राज ने रचा इतिहास, बनीं ऐसा करने वाली पहली महिला कप्तान
भारत की कप्तान मिताली राज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में इतिहास रच दिया है। बतौर कप्तान वो वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा मैच खेलने वाली खिलाड़ी बन गई हैं। उन्होंने आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान को पीछे छोड़ दिया है।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। न्यूजीलैंड में आइसीसी महिला वर्ल्ड कप खेला जा रहा है जहां शनिवार को भारतीय टीम अपना तीसरा मुकाबला खेलने उतरी। भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे वर्ल्ड कप के 10वें मैच में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने एक और रिकार्ड अपने नाम कर लिया है। मैच में उतरते साथ ही वो वर्ल्ड कप में बतौर कप्तान सबसे ज्यादा मैच खेलने वाली महिला खिलाड़ी बन गई हैं।
बतौर कप्तान ये उनका 24वां मैच है और उन्होंने आस्ट्रेलिया की पूर्व कप्तान बेलिंडा क्लार्क को पीछे छोड़ दिया है। क्लार्क के नाम 23 मैचों में कप्तानी करने का रिकार्ड था। इस सूची में तीसरे पायदान पर इंग्लैंड की सुसान गोटमेन हैं जिनके नाम 19 वर्ल्ड कप मैचों में कप्तानी करने का है। भारतीय कप्तान के तौर पर वे अब मोहम्मद अजहरुद्दीन से आगे निकल गई हैं। अजहर ने भारत के लिए 23 जबकि महेंद्र सिंह धौनी ने 17 मैचों में कप्तानी की है।
बतौर बल्लेबाज रन की दरकार
वर्ल्ड कप में बतौर बल्लेबाज मिताली राज से टीम को रनों की जरुरत है। वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में भी जब वे तीन नंबर पर बल्लेबाजी करने आई थी तो उनसे बड़े स्कोर की उम्मीद थी लेकिन वे महज 5 रन बनाकर आउट हो गईं। पहले दो मुकाबलों की बात करें तो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में 9 रन जबकि न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे मैच में 31 रन की पारी खेली थी।
𝗔𝗻𝗼𝘁𝗵𝗲𝗿 𝗠𝗶𝗹𝗲𝘀𝘁𝗼𝗻𝗲 𝗳𝗼𝗿 𝗠𝗮𝗴𝗻𝗶𝗳𝗶𝗰𝗲𝗻𝘁 𝗠𝗶𝘁𝗵𝗮𝗹𝗶 🙌 🙌#TeamIndia Captain @M_Raj03 now holds the record of captaining in most matches - 2⃣4⃣ - in the Women's ODI World Cups. 🔝 👏#CWC22 | #WIvIND pic.twitter.com/qkbcXa2srP
— BCCI Women (@BCCIWomen) March 12, 2022
ये उनके करियर का छठा वर्ल्ड कप है। इस मामले में वो पहली ऐसी महिला खिलाड़ी हैं जिन्होंने ये उपलब्धि हासिल की है। उनकी ही टीम की खिलाड़ी झूलन गोस्वामी के लिए ये 5वां वर्ल्ड कप है। सबसे ज्यादा वर्ल्ड कत खेलने के मामले में उन्होंने सचिन तेंदुलकर की बराबरी कर ली है। सचिन के वर्ल्ड कप जीतने का सपना तो 2011 में पूरा हो गया। इस वर्ल्ड कप में मिताली इस सपने को जीना चाहेंगी। इससे पहले भारतीय टीम दो बार तो फाइनल में पहुंची हैं लेकिन ट्राफी नहीं जीत पाई हैं। टीम ने 2005 और 2017 वर्ल्ड कप में फाइनल तक का सफर तय किया था।
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