IND vs SA: गौतम गंभीर की 'करतूत' छिपाते दिखे सूर्यकुमार यादव! हंसते-हंसते हार की ले ली पूरी जिम्मेदारी
साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20I मैच में मिली हार के बाद सूर्यकुमार यादव हेड कोच गौतम गंभीर की गलतियों को छुपाते दिखे। उन्होंने हार की पूरी जिम्मेदार ...और पढ़ें
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मैच के बाद सूर्यकुमार यादव। फोटो- सोशल मीडिया
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। न्यू चंडीगढ़ में खेले गए दूसरे टी20I मैच में साउथ अफ्रीका ने पलटवार करते हुए 51 रन से मुकाबला अपने नाम किया। मैच में भारतीय तेज गेंदबाजों ने खराब गेंदबाजी। अर्शदीप सिंह और बुमराह ने खूब रन लुटाए। वहीं, गौतम गंभीर की बल्लेबाजी लाइन-अप में लगातार बदलाव की रणनीति टीम पर भारी पड़ गई। हालांकि, मैच के कप्तान सूर्या हेड कोच की गलतियों को छुपाते दिखे।
सूर्यकुमार ने कहा, मुझे लगता है कि हमें पहले बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। मतलब, हमने पहले गेंदबाजी की और हम कुछ खास नहीं कर पाए। पहले गेंदबाजी करने के कारण हम अच्छी वापसी कर सकते थे, लेकिन बाद में साउथ अफ्रीका को समझ आया कि इस विकेट पर लेंथ कितनी महत्वपूर्ण होती है। खैर, यह सीखने की प्रक्रिया है। बस सीखते रहो और आगे बढ़ते रहो। थोड़ी ओस भी थी और अगर बात नहीं बन रही होती, तो हमारे पास दूसरा प्लान होना चाहिए था, लेकिन हमने उस पर अमल नहीं किया।
'मुझे लेनी चाहिए जिम्मेदारी'
भारतीय कप्तान ने कहा, मुझे लगता है कि मैं और शुभमन, हम अच्छी शुरुआत दे सकते थे, क्योंकि हम हर समय अभिषेक पर निर्भर नहीं रह सकते। जिस तरह से वह बल्लेबाजी कर रहे हैं, हो सकता है उनका दिन खराब हो। मुझे, शुभमन और कुछ अन्य बल्लेबाजों को जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी। मुझे लगता है कि यह एक समझदारी भरा लक्ष्य होता।
'हम सीखते हैं और...'
सूर्या ने कहा, खैर, कोई बात नहीं, शुभमन पहली ही गेंद पर आउट हो गए। हां, मुझे वो जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी, पिच पर रुक कर बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। लेकिन हां, जैसा कि मैंने कहा, हम सीखते हैं, हम कोशिश करते हैं और अगले मैच में बेहतर करेंगे। हमने पिछले मैच में देखा कि अक्षर ने लंबे फॉर्मेट में बहुत अच्छी बल्लेबाजी की थी। और हम चाहते थे कि वह आज भी उसी तरह से बल्लेबाजी करे। दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो पाया, लेकिन उसने अच्छी बल्लेबाजी की। देखते हैं अगले मैच में क्या होता है।
गलतियों पर करना होगा काम
बता दें कि धर्मशाला में खेले जाने वाले तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच से पहले भारत को काफी सोच-विचार करना होगा। पहले मैच में उन्होंने बड़े अंतर से जीत हासिल की, लेकिन अगर गहराई से विश्लेषण करें तो पता चलेगा कि हार्दिक पांड्या की पारी ने ही उन्हें उस मुश्किल घड़ी से उबारा था। दूसरे मैच में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला, तिलक वर्मा ने जिम्मेदारी संभाली जबकि बाकी बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए।
भारत के गेंदबाज भी बेहद कमजोर रहे। बुमराह और अर्शदीप दोनों को न सिर्फ कोई विकेट नहीं मिला, बल्कि उन्होंने जमकर रन लुटाए। हैरानी की बात यह है कि दोनों ही गेंदबाजों ने अपनी लाइन और लेंथ को पूरी तरह से नहीं समझा। भारत को अपनी बल्लेबाजी रणनीति पर भी काम करना होगा और संभवतः एक स्थिर बल्लेबाजी क्रम पर पुनर्विचार करना होगा।

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