सौरव गांगुली को आज भी होता है इन चीजों का मलाल, इंग्लैंड सीरीज के बीच दादा का बहुत बड़ा खुलासा
BCCI के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई शतक से चूकने का अफसोस है। उन्होंने कहा-'मैं कई बार शतक लगाने से चूक गया। मुझे और अधिक रन बनाने चाहिए थे। मैंने कई बार 90 व 80 रन बनाए। जब मैं घर में अकेला होता हूं तो अपनी बल्लेबाजी के वीडियो देखता हूं और खुद से कहता हूं-अरे, फिर 70 रन पर आउट हो गया।
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कई बार शतक से चूके दादा। इमेज- पीटीआई
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई शतक से चूकने का अफसोस है। उन्होंने कहा-'मैं कई बार शतक लगाने से चूक गया। मुझे और अधिक रन बनाने चाहिए थे। मैंने कई बार 90 व 80 रन बनाए। जब मैं घर में अकेला होता हूं तो अपनी बल्लेबाजी के वीडियो देखता हूं और खुद से कहता हूं-अरे, फिर 70 रन पर आउट हो गया। मुझे शतक लगाना चाहिए था, लेकिन अब आप इसे बदल नहीं सकते।
कई बार शतक से चूक गए
सौरव के आंकड़ों पर गौर करें तो वे 30 बार 80 या 90 रन बनाने के बाद आउट हुए हैं। अगर वे उन पारियों को शतक में बदलने में सफल रहते तो उनके नाम 50 से अधिक शतक होते। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 38 शतक लगाए हैं। कप्तान के तौर पर लिए गए सख्त निर्णयों के बारे में पूछे जाने पर दादा ने दुनिया के महानतम लेग स्पिनरों में से एक अनिल कुंबले को अंतिम एकादश से बाहर करने का अफसोस जताया।
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इस चीज पर जताया अफसोस
उन्होंने कहा, "कप्तान के तौर पर कभी-कभी मुश्किल फैसले लेना जरुरी हो जाता है। आपको किसी खिलाड़ी को बाहर करके उस खिलाड़ी को शामिल करना पड़ता है, जो आपको परिस्थितियों व टीम की जरुरतों के हिसाब से अधिक बेहतर लगता है। इस कारण अनिल कुंबले को कुछ बार मौका नहीं मिल पाया।" ऑस्ट्रेलिया सौरव की सबसे पसंदीदा प्रतिद्वंद्वी टीम है वे आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा को सबसे खतरनाक गेंदबाज मानते हैं।
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