IND Vs ZIM: सीरीज जीतने के बाद भी खुश नहीं हैं भारतीय कप्तान शुभमन गिल, अभी भी ये काम रह गया बाकी
5 टी20 मैचों की सीरीज के चौथे मुकाबले में भारत ने जिम्बाब्वे को 10 विकेट से रौंदा। इसके साथ ही भारतीय टीम ने 3-1 से सीरीज पर कब्जा जमाया। सीरीज जीतने के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल खुश नजर नहीं आए। उन्होंने कहा कि लक्ष्य का पीछा करना एक ऐसी चीज थी जिसके बारे में हम बात कर रहे थे क्योंकि हम पहले टी20 में ऐसा नहीं कर पाए थे।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। 5 टी20 मैचों की सीरीज के चौथे मुकाबले में भारत ने जिम्बाब्वे को 10 विकेट से रौंदा। हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेले गए इस मैच में टॉस जीतकर शुभमन गिल ने पहले गेंदबाजी चुनी। पहले बल्लेबाजी करते हुए जिम्बाब्वे टीम ने 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 152 रन बनाए।
जवाब में भारतीय टीम ने बिना कोई विकेट खोए लक्ष्य को हासिल कर लिया। यशस्वी जायसवाल ने 53 गेंदों पर 93 रन और शुभमन गिल ने 39 गेंदों पर नाबाद 58 रन बनाए। इसके साथ ही भारतीय टीम ने 3-1 से सीरीज पर कब्जा जमाया। सीरीज जीतने के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल खुश नजर नहीं आए।
सीरीज जीतकर अच्छा लग रहा है
मैच जीतने के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने कहा, "लक्ष्य का पीछा करना एक ऐसी चीज थी जिसके बारे में हम बात कर रहे थे क्योंकि हम पहले टी20 में ऐसा नहीं कर पाए थे। सीरीज जीतकर अच्छा लग रहा है, लेकिन काम पूरा नहीं हुआ है। हमारे पास एक और खेल है। यह एक महान टीम है। मेरी कोच से चर्चा नहीं हुई है और अगर कोई बदलाव होगा तो मैं आपको टॉस के समय बताऊंगा।"
सीरीज में भारतीय टीम का प्रदर्शन
सीरीज में भारतीय टीम के प्रदर्शन की बात करें तो युवा टीम को पहले ही मैच में जिम्बाब्वे ने 13 रन से हराया था। टीम इंडिया ने दूसरा मुकाबला 100 रन से अपने नाम किया था। तीसरे टी20 को भारतीय टीम ने 23 रन से जीता था। सीरीज का आखिरी मुकाबला 14 जुलाई को हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेला जाएगा। शुभमन गिल की नजर इस मुकाबले में भी जीत पर होगी। आखिरी मैच में भारत की प्लेइंग 11 में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। भारतीय टीम बेंच स्ट्रेंथ को मौका दे सकती है।
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बल्लेबाजी का भरपूर आनंद लिया
प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीतने वाले यशस्वी जायसवाल ने कहा, मैंने आज अपनी बल्लेबाजी का भरपूर आनंद लिया। मेरे पास अलग-अलग गेंदबाजों के लिए अपनी योजनाएं थीं। गेंद जब नई थी तो बल्ले पर आ रही थी और पुरानी होने के कारण काफी धीमी थी। मुझे शुभमन के साथ बल्लेबाजी करने में मजा आया। शुरुआत में मैं गेंदबाजों का सामना करने के बारे में सोच रहा था और जैसे-जैसे पारी आगे बढ़ी, मैंने सोचा कि पारी कैसे बनाया जाए और अंत तक कैसे टिका रहूं।
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