'मैं नहीं चाहता कोई मेरे लिए आंसू बहाए,' अश्विन ने कपिल देव के बयान का दिया जवाब, कहा- मुझे कोई पछतावा नहीं
रविचंद्रन अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बीच में ही संन्यास ले लिया। ब्रिस्बेन में तीसरे टेस्ट के समापन पर उन्होंने अपने फैसले की घोषणा की। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह भव्य विदाई नहीं चाहते थे और उन्होंने दोहराया कि उन्हें अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को लेकर कोई पछतावा नहीं है। अश्विन की यह टिप्पणी पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव के रिएक्शन के बाद आया है।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। रविचंद्रन अश्विन ने अपने ताजा बयान में कहा कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय करियर को लेकर कोई पछतावा नहीं है। अश्विन ने कहा कि वह भव्य विदाई की परंपरा में विश्वास नहीं करते हैं। 18 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले ऑफ स्पिनर ने कपिल देव के रिएक्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त दी, जिसमें कहा गया था कि अश्विन शानदार विदाई के हकदार थे।
अश्विन ने कपिल देव की भावनाओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए, भव्य विदाई की धारणा का विरोध किया। दरअसल, अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बीच में ही संन्यास ले लिया, उन्होंने ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच तीसरे टेस्ट मैच के ड्रॉ होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने संन्यास की घोषणा की। उनकी यह घोषणा क्रिकेट जगत के कई लोगों के लिए आश्चर्य की बात थी।
कपिल देव ने विदाई की कही थी बात
रवींद्र जडेजा सहित उनके कुछ साथियों ने खुलासा किया कि आधिकारिक बयान सार्वजनिक होने से कुछ देर पहले तक उन्हें इस फैसले के बारे में पता नहीं था। पूर्व वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव ने टिप्पणी की कि अश्विन अपने निर्णय के समय नाखुश लग रहे थे और उनका मानना था कि ऑफ स्पिनर एक बेहतरीन विदाई के हकदार थे। अब अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
'भव्य विदाई गलत है'
अश्विन ने कहा, जहां तक मेरा सवाल है, भव्य विदाई गलत है। मुझे नहीं लगता कि आपको किसी को भव्य विदाई समारोह देना चाहिए। खासकर, मेरा दृढ़ विश्वास है कि आपको मुझे भव्य विदाई नहीं देनी चाहिए। मैं नहीं चाहता कि कोई मेरे लिए आंसू की एक बूंद बहाए। मुझे लगता है कि भव्य विदाई सुपर सेलिब्रिटी संस्कृति का हिस्सा है।
'मुझे कोई पछतावा नहीं'
अश्विन ने आगे कहा, मुझे इस बारे में कोई पछतावा नहीं है। बिल्कुल भी पछतावा नहीं। अगर मैं 537 विकेट लेकर खुश नहीं हूं, तो फिर किस बात पर खुश होऊंगा? जो चीज है ही नहीं, उसके लिए मुझे दुखी क्यों होना चाहिए? स्वीकार करने में बहुत खुशी है। आप उस चीज के पीछे भागते हैं जो आपके पास नहीं है। लेकिन जो चीज आपके पास नहीं है, उसके लिए पछतावा मत करो। इसके बारे में शिकायत मत करो।
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