Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    No Handshake Ind vs Pak: मैच के बाद खिलाड़ियों के लिए जरूरी होता है हैंडशेक करना? पूर्व अंपायर ने सब कुछ किया साफ

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 02:14 PM (IST)

    No Handshake Ind vs Pak पूर्व इंटरनेशनल अंपायर अनिल चौधरी ने कहा कि एशिया कप 2025 में भारत-पाक मैच के बाद नो हैंडशेक विवाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) द्वारा भारत से मिली हार से ध्यान भटकाने का एक तरीका था। उन्होंने कहा कि आईसीसी के नियमों में हैंडशेक अनिवार्य नहीं है यह सिर्फ 15-20 साल पहले शुरू हुआ था।

    Hero Image
    No Handshake Ind vs Pak पर क्या बोले पूर्व अंपायर अनिल चौधरी

    स्पोर्ट्स डेस्क,नई दिल्ली। No handshake Ind vs Pak: पूर्व इंटरनेशनल अंपायर अनिल चौधरी (Anil Chaudhary) ने ये दावा किया है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की हालिया कॉन्ट्रोवर्सी (Handshake Controversy) जो एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) में देखने को मिल रही है वह सिर्फ भारत के खिलाफ मिली हार से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    No Handshake Ind vs Pak पर क्या बोले पूर्व अंपायर

    दरअसल, भारतीय टीम ने एशिया कप 2025 में 14 सितंबर को पाकिस्तान को 7 विकेट से धूल चटाई थी। इस मैच के बाद सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav Handshake) और शिवम दुबे ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से बिना हाथ मिलाए सीधे ड्रेसिंग रूम का रुख किया।

    ऐसे में पाकिस्तान टीम (Pakistan National Cricket Team) उनके इस व्यवहार से नाखुश नजर आई और पीसीबी ने इस मामले में आईसीसी से शिकायत दर्ज की। नो हैंडशेक विवाद (No Handshake Controversy) में मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट (Andy Pycroft) को भी निशाना बनाया है और पीसीबी ने यहां तक बॉयकॉट की भी धमकी थी।

    इन सबके बावजूद पाकिस्तान की टीम यूएई के खिलाफ मैच खेलने उतरी और उसने जीत हासिल कर सुपर-4 में जगह बनाई। नो हैंडशेक का ये मामला अभी थमा नहीं हैं। इस बीच सब ये सवाल कर रहे हैं कि क्या मैच के बाद खिलाड़ियों के लिए ये जरूरी होता है कि वह हैंडशेक करें (ICC Rules on Handshake)? इस सवाल का जवाब पूर्व अंपायर अनिल चौधरी ने दिया।

    न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में पूर्व अंपायर अनिल चौधरी (Anil Chaudhary latest news) ने कहा,

    "मुझे लगता है कि मैच हारने के बाद सभी चीजों को घूमाने का ये एक हिस्सा था। देखा जाएं तो रूल बुक में ऐसा किसी भी तरह का नहीं लिखा गया है। मुझे लगता है कि हैंडशेक कॉन्ट्रोवर्सी जिसकी आप बात कर रहे हैं वह हैंडशेक 15-20 साल पहले शुरू हुआ था, जब कप्तान पहले हाथ मिलाते थे। मुझे लगाता ये बेवजह का बनाया गया है, जिसकी कोई जरूरत नहीं। मुझे लगता है कि जिन लोगों ने इसकी शिकायत की उन्हें भी पता है कि मैदान पर ऐसा करने से कुछ नहीं बदल रहा। मुझे नहीं पता कौन एडमिनस्ट्रेशन के लोग थे, जिन्होंने ये किया, लेकिन ये करने से उन्हें भी पता है कि कुछ नहीं होने वाला।"

    बता दें कि पाकिस्तान ने यूएई के खिलाफ मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस को कैंसल किया, हालांकि उन्होंने प्रैक्टिस सेशन जारी रखा। इसको लेकर अनिल चौधरी ने कहा कि ये सभी चीजें बेफिजूल की हैं। एंडी पायक्रॉफ्ट आईसीसी एलीट पैनल के पुराने रेफरी है। वह जिम्बाब्वे के जाने-माने वाले क्रिकेटर है और उनका ट्रैक पर रिकॉर्ड भी अच्छा है।

    No Handshake: क्या कहता है आईसीसी का नियम?

    आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट की धारा 2.1.1 कहती है,

    "यह धारा उन सभी छोटे-छोटे व्यवहारों को कवर करती है जो खेल की भावना के खिलाफ हों और जिन्हें इस कोड में कहीं और अलग से परिभाषित नहीं किया गया है। खेल की भावना को ‘लॉज़ ऑफ क्रिकेट’ की प्रस्तावना से परिभाषित किया जा सकता है, जिसमें खासकर (a) अंपायर की भूमिका का सम्मान और (b) खेल व उसकी परंपराओं का सम्मान शामिल है।"

    यह भी पढ़ें- पाकिस्तान के Asia Cup बॉयकॉट ड्रामे पर फूटा Kapil Dev का गुस्सा, कहा- झूठे दावे से कुछ बदल नहीं…

    यह भी पढ़ें- Andy Pycroft Net Worth: भारत के खिलाफ किया था डेब्यू, अब करोड़ों की कमाई करते हैं एंडी पायक्रॉफ्ट; जीते हैं लग्जरी लाइफ