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    'एमएस धोनी मुझे पसंद नहीं करते, अपने पसंदीदा खिलाड़ियों का करते थे फेवर', भारतीय क्रिकेटर ने किया चौंकाने वाला खुलासा

    बंगाल के पूर्व क्रिकेटर ने एमएस धोनी पर भेदभाव के आरोप लगाए हैं। उनका मानना है कि धोनी के पक्षपाती रवैये के कारण उन्हें भारतीय टीम में अधिक मौके नहीं मिले। उन्होंने कहा कि धोनी कुछ खिलाड़ियों को अधिक समर्थन देते थे और उन्हें वह समर्थन नहीं मिला जिसके वह हकदार थे।

    By Abhishek Upadhyay Edited By: Abhishek Upadhyay Updated: Tue, 26 Aug 2025 04:21 PM (IST)
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    एमएस धोनी की गिनती भारत के महान कप्तानों में होती है

    स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। एमएस धोनी की गिनती भारतीय क्रिकेट ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट के सबसे महान कप्तानों में गिने जाते हैं। वह अभी तक इकलौते ऐसे कप्तान हैं जिनकी कप्तानी में किसी टीम ने तीनों आईसीसी ट्ऱॉफी- टी20 वर्ल्ड कप, वनडे वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी, जीती है। धोनी को उस कप्तान के रूप में जाना जाता है जो अपने खिलाड़ियों का साथ देता है। लेकिन बंगाल के एक दिग्गज खिलाड़ी ने धोनी पर भेदभाव के आरोप लगाए हैं।

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    ये खिलाड़ी हैं पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी। मनोज तिवारी बंगाल के बेहतरीन खिलाड़ियों में गिने जाते हैं। उनका मानना है कि धोनी के भेदभाव के कारण उन्हें भारतीय टीम में भरपूर मौके नहीं मिले और इसी कारण वह देश के लिए ज्यादा खेल नहीं सके।

    लगातार किया अच्छा प्रदर्शन

    साल 2011 में वेस्टइंडीज की टीम भारत के दौरे पर आई थी। इस दौरे पर पांचवें वनडे मैच में तिवारी ने शानदार शतक जमाया था और टीम जीत दिलाने में मदद की थी। उन्होंने अपना अगला वनडे मैच साल 2012 जुलाई में खेला और चार विकेट लेकर टीम को जीत दिलाने में मदद की। तिवारी ने हाल ही में क्रिकट्रेकर को एक इंटरव्यू दिया है जिसमें धोनी पर पक्षपाती रवैया अपनाने के आरोप लगाए हैं।

    उन्होंने कहा, "हर कोई धोनी को पसंद करता है। उन्होंने अपनी कप्तानी से खुद को साबित किया है। मैं हमेशा कहता हूं कि उनकी लीडरशिप क्वालिटी काफी शानदार थी। लेकिन मेरे केस में, मैं नहीं जानता, वही इस बात का जवाब दे सकते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि कुछ ऐसे खिलाड़ी थे जिनको वह काफी पसंद करते थे और उनको पूरा समर्थन देते थे।"

    उन्होंने कहा, "हर कोई इस बात को जानता है लेकिन सामने आकर नहीं बोलता। इसलिए क्रिकेट में हर जगह पसंद ना पसंद होती है। इसलिए मैं अपने आप को उनमें से समझता हूं जिन्हें वो पसंद नहीं करते थे। वह मुझे पसंद नहीं करते थे।"

    नहीं मिला समर्थन

    मनोज तिवारी ने कहा कि लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी उन्हें वो सम्मान नहीं मिला जिसके वह हकदार थे। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि धोनी के अलावा उस समय के कोच डंकन फ्लैचर और सेलेक्टर्स इस बात का जवाब दे सकते हैं। मुझे अभी तक जवाब नहीं मिला है। मैंने पहले भी कहा है कि जब मैं धोनी के सामने आऊंगा तो मैं उनसे जरूर पूछूंगा कि मुझे बाहर करने का मुख्य कारण क्या था। मैं 100 बनाने के बाद भी बाहर क्यों हुआ।"