Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Rishabh Pant Recovery Story Video: 'हल्के से झटके से वह चीखने...' युवराज ने बताई ऋषभ पंत की रिकवरी की कहानी

बीसीसीआई की ग्रेटेस्ट कमबैक स्टोरी में एनसीए के फिजियो तुलसी युवराज ने खुलासा किया कि शुरुआती दौर में विकेटकीपर को कितना दर्द हो रहा था। फिजियो ने एक घटना को याद किया जहां एक वार्ड बॉय जो पंत को स्ट्रेचर पर ले जा रहा था और किसी चीज से टकरा गया था। उसके बाद वह दर्द से चीख पड़ा था।

By Umesh Kumar Edited By: Umesh Kumar Updated: Sat, 16 Mar 2024 04:47 PM (IST)
Hero Image
ऋषभ पंत की रिकवरी स्टोरी। फाइल फोटो

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) के फिजियोथेरेपिस्ट ने ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के कार दुर्घटना से उबरने के बारे में बात की। उन्होंने ऋषभ पंत के रिहैब की पूरी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय विकेटकीपर की प्रशंसा की जानी चाहिए।

बीसीसीआई की ग्रेटेस्ट कमबैक स्टोरी में एनसीए के फिजियो तुलसी युवराज ने खुलासा किया कि शुरुआती दौर में विकेटकीपर को कितना दर्द हो रहा था। फिजियो ने एक घटना को याद किया जहां एक वार्ड बॉय, जो पंत को स्ट्रेचर पर ले जा रहा था और किसी चीज से टकरा गया था। युवराज के अनुसार, छोटा सा झटका पंत को दर्द देने के लिए काफी था, वह दर्द से चीख पड़े थे।

हल्के से झटके से वह चीख पड़ता था

युवराज ने आगे बताया, जब हमें पता चला कि उनका एक्सीडेंट हो गया है, तो हमारे स्पोर्ट्स साइंस के प्रमुख, नितिन भाई, ने हमें बस जाने और रिहैब के प्रारंभिक चरण का ध्यान रखने के लिए कहा था। पहली चीज जो मैंने नोटिस की, वह यह थी कि उसे बहुत दर्द हो रहा था, जब वार्ड बॉय स्ट्रेचर को कमरे की ओर धकेलने की कोशिश कर रहा था और वह रास्ते से थोड़ा टकरा गया।

In Part 2 of the #MiracleMan, we bring you insights from @RishabhPant17's road to recovery, where determination and perseverance ultimately triumph.

From intense rehabilitation sessions, training regime, and nutrition - the… pic.twitter.com/83YZExqkIa

— BCCI (@BCCI) March 16, 2024

यह भी पढे़ं- IPL 2024 में ये 8 खिलाड़ी करेंगे कमबैक, यह ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर आठ साल बाद करेगा वापसी

मानसिक इच्छा शक्ति ने बदल दिया जीवन

युवराज ने कहा, वह बहुत दर्द से चीखने लगा। यह एक साधारण झटका था, लेकिन यह इतना दर्दनाक था कि वह तुरंत चीख पड़ा। तब मुझे एहसास हुआ, ओह कुछ बड़ा हो गया है। उनके अंदर की मानसिक शक्ति और आत्मविश्वास ने हमें उनके रिहैब में अपना 100 प्रतिशत देने के लिए प्रेरित किया। डॉक्टरों की राय थी कि उन्हें दो साल तक का समय लग सकता है। एक बार जब वह एनसीए में आए, तो यह उनके लिए एक प्रगतिशील चरण की तरह था।

रिकवरी के सभी पहलुओं को किया पालन

एनसीए फिजियो ने यह भी कहा कि पंत की मानसिक ताकत और आत्मविश्वास ने उन्हें उनके लिए रिहैब प्रक्रिया में अपना 100 प्रतिशत देने के लिए प्रेरित किया। एक अन्य फिजियो, धनंजय कौशिक ने कहा, चाहे वह डाइट्स हो, उनके सोने का तरीका, उन्होंने रिकवरी के सभी पहलुओं को बहुत अच्छे तरीके से पूरा किया।

यह भी पढ़ें- Sunil Gavaskar ने BCCI को दी बड़ी सलाह, बोले- ऐसा किया तो खिलाड़ी नहीं छोड़ेंगे रणजी ट्रॉफी के मैच