'गौतम गंभीर को इस मामले में ध्यान देने की सख्त जरुरत', दिनेश कार्तिक बोले- कोच होते हुए ऐसा कर पाना बेहद मुश्किल
पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का मानना है कि भारतीय हेड कोच गौतम गंभीर रणनीति के मामले में शानदार हैं लेकिन व्यक्ति प्रबंधन ऐसा क्षेत्र है जिस पर उन्हें ध्यान देने की जरुरत है। गौतम गंभीर की कोचिंग में भारत ने सीमित ओवर क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन किया लेकिन लाल गेंद प्रारूप में साबित करना बचा है। भारत-इंग्लैंड के बीच 20 जून से पहला टेस्ट खेला जाएगा।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का मानना है कि भारतीय हेड कोच गौतम गंभीर रणनीति के मामले में बहुत अच्छे हैं, लेकिन उनका मानना है कि व्यक्ति प्रबंधन ऐसा क्षेत्र है, जिसमें उन्हें ध्यान देने की सख्त जरुरत है।
गंभीर की कोचिंग में भारत ने सीमित ओवर क्रिकेट में अपना दमखम दिखाया है, लेकिन लाल गेंद क्रिकेट में टीम को अपनी बादशाहत दिखाना बाकी है। इंग्लैंड दौरा भारत के नए युग की शुरुआत होगी।
पता हो कि गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में भारत को घरेलू जमीन पर न्यूजीलैंड के हाथों 0-3 का व्हाइटवॉश झेलना पड़ा। इसके बाद उसे ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शिकस्त झेलनी पड़ी।
स्काय स्पोर्ट्स पोडकास्ट में बातचीत करते हुए कार्तिक ने बताया कि गंभीर अपने खिलाड़ियों का बचाव करते हैं, लेकिन वो अपनी कप्तानी के दिनों जैसे कोच रहते हुए आक्रामक नहीं हो सकते।
दिनेश कार्तिक ने क्या कहा
रणनीति के मामले में गौतम गंभीर शानदार हैं। व्यक्ति प्रबंधन ऐसा क्षेत्र है, जिसमें भरोसा है कि वो ध्यान देंगे। मगर उनके बारे में एक बात है कि वो उन खिलाड़ियों पर ध्यान देते हैं, जो बड़े बनेंगे। मुझे कई बार लगता है कि वो कप्तान के रूप में आक्रामक थे, लेकिन कोच बनकर नहीं रह सकते। आप विभिन्न लोगों का ध्यान रख रहे हैं। एक बार आप उन्हें मैदान पर उतारे तो उन पर काम करने का विश्वास करना पड़ेगा। यह चुनौतीपूर्ण है।
विवादों से घिरी टीम इंडिया
भारतीय टीम का पिछला कुछ समय अच्छा नहीं रहा है। पूरी टीम और प्रबंधन विवादों से घिरा रहा। खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ के बीच दरारों की खबरों ने माहौल बिगाड़कर रखा। भारतीय क्रिकेट में अब नए अध्याय की शुरुआत होने जा रही है। गंभीर की कोशिश दोनों हाथों से इस मौके को लपकने पर होगी।
शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी, जिसकी शुरुआत 20 जून से होगी। भारतीय टीम में रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गज नहीं होंगे, जिसके कारण युवाओं के पास अपनी प्रतिभा साबित करने का गोल्डन चांस होगा।
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