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    पाकिस्तानी खिलाड़ी ने टीम में जगह बनाने के लिए पी शराब, एक खुलासे से दुनिया में मचाया भूचाल, अब तबाह करियर के हाल किए बयां

    Updated: Sun, 16 Jun 2024 07:57 PM (IST)

    रफीक का परिवार क्रिकेट के कारण ही पाकिस्तान से इंग्लैंड आया था। वह यॉर्कशर काउंटी क्लब के लिए खेले। रफीक इंग्लैंड की अंडर-19 टीम के कप्तान भी रहे जिसमें जो रूट बेन स्टोक्स जोस बटलर जैसे खिलाड़ी थे। दो साल बाद वह यॉर्कशर के पहले एशियन कप्तान भी बने। लेकिन बाद में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था।

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    पाकिस्तानी में जन्में खिलाड़ी ने किया बड़ा कबूलनामा

     स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। हर क्रिकेटर का सपना होता है कि वह इंटरनेशनल क्रिकेट खेले। इसके लिए खिलाड़ी कड़ी मेहनत करता है। मैदान पर पसीना बहाता है। लेकिन पाकिस्तान में जन्में एक खिलाड़ी ने टीम में जगह बनाने के लिए शराब तक का सहारा लिया। ये खिलाड़ी हैं अजीम रफीक। रफीक वही क्रिकेटर हैं जिन्होंने इंग्लैंड की काउंटी यॉर्कशर में नस्लवाद को लेकर खुलासा किया था और पूरे क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया था।

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    रफीक का परिवार क्रिकेट के कारण ही पाकिस्तान से इंग्लैंड आया था। वह यॉर्कशर काउंटी क्लब के लिए खेले। रफीक इंग्लैंड की अंडर-19 टीम के कप्तान भी रहे जिसमें जो रूट, बेन स्टोक्स, जोस बटलर जैसे खिलाड़ी थे। दो साल बाद वह यॉर्कशर के पहले एशियन कप्तान भी बने। लेकिन बाद में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।

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    जगह बनाने के लिए पी शराब

    रफीक ने यॉर्कशर के ड्रेसिंग रूम के नस्लवाद को उजागर किया। उन्होंने इस लेकर एक किताब भी लिखी है जिसका नाम है it’s Not Banter, It’s Racism. इस किताब में रफीक ने कई खुलासे किए हैं और बताया कि टीम में जगह बनाने के लिए लोगों के साथ घुलने-मिलने की कोशिश और इसके लिए उन्होंने शराब तक पी जिसका असर उनकी मानसिक स्थिति पर पड़ा।

    अंग्रेजी अखबार द गार्जियन ने रफीक के हवाले से लिखा है, "ये वो चीज है जिसका मुझे पछतावा होता है। ये ऐसी चीज नहीं है जिसका मैं लुत्फ लेता हूं। लेकिन मेरा एक सपना था। मैं इंग्लैंड के लिए खेलना चाहता था और इसके लिए मैं कुछ भी करने को तैयार था। 15 साल की उम्र में मैंने कार में शराब पी।"

    झेला नस्लवाद

    रफीक ने यॉर्कशर में पहली बार नस्लवाद को लेकर शिकायत साल 2020 में की थी। उन्होंने कहा था कि टिम ब्रिस्नेन ने साल 2017 में उन पर नस्लीय टिप्पणियां की थीं। रफीक ने साल 2020 में यॉर्कशर के खिलाफ लीगल एक्शन लेने की ठानी थी। उनके इस खुलासे से इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड में भूचाल मच गया था। कई खिलाड़ियों की इसकी कीमत चुकानी पड़ी थी।

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