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विराट कोहली ने स्वीकार किया मैं मानसिक तौर पर कमजोर महसूस कर रहा था फिर रोहित शर्मा ने दिया ऐसा रिएक्शन

Asia cup 2022 पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच से पहले कोहली ने कहा कि मुझे यह स्वीकार करने में कोई शर्म नहीं है कि मैं मानसिक रूप से कमजोर महसूस कर रहा था और यह महसूस करना एक बहुत ही सामान्य बात है लेकिन हम बोलते नहीं हैं।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sat, 27 Aug 2022 07:28 PM (IST)Updated: Sat, 27 Aug 2022 08:46 PM (IST)
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली (एपी फोटो)

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। एशिया कप 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच से पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने कुछ अहम खुलासे किए जो चौंकाने वाले हैं। विराट कोहली इन दिनों खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और कई क्रिकेट एक्सपर्ट का मानना है कि एशिया कप में वो वापसी कर लेंगे। खुद कोहली ने भी कहा था कि वो काफी तैयारी के साथ मैदान पर उतरने के लिए तैयार हैं।

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कोहली ने कहा- मानसिक तौर पर कमजोर महसूस कर रहा था

अब पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच से पहले कोहली ने कहा कि मुझे यह स्वीकार करने में कोई शर्म नहीं है कि मैं मानसिक रूप से कमजोर महसूस कर रहा था और यह महसूस करना एक बहुत ही सामान्य बात है लेकिन हम बोलते नहीं हैं क्योंकि हम झिझकते हैं और हम मानसिक रूप से कमजोर या कमजोर लोगों के रूप में नहीं दिखना चाहते हैं। मेरा विश्वास करो मजबूत होने के लिए झूठ बोलना कमजोर होने की तुलना में कहीं अधिक बुरा है। विराट कोहली ने ये बातें स्टार स्पोर्ट्स पर कही। 

विराट कोहली अपनी फिटनेस और मैदान पर अपनी आक्रामकता के लिए जाने जाते हैं। विराट कोहली की पहचान एक टफ क्रिकेटर के तौर पर होती है, लेकिन उन्होंने कहा कि मुझे एक ऐसे व्यक्ति के रूप में देखा जाता है जो मानसिक रूप से बहुत मजबूत है और मैं हूं लेकिन हर किसी की एक सीमा होती है और आपको उस सीमा को पहचानने की जरूरत है अन्यथा चीजें आपके लिए अस्वस्थ हो जाएंगी। 

विराट कोहली के इस खुलासे के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने भी उनकी बात पर अपनी प्रतिक्रिया पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले प्रेस कांफ्रेंस में दी। रोहित शर्मा ने कहा कि हम मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात करते हैं। न केवल विराट बल्कि बहुत सारे खिलाड़ियों के लिए यह बहुत मुश्किल रहा है, जो मानसिक रूप से कठिन समय से गुजरे हैं। लोगों को यह मुश्किल लगता है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। जिस तरह से आपने अपना जीवन तब तक जिया, लेकिन कोविड के बाद सबकुछ बदल गया। खिलाड़ियों को 2-2 महीने होटल में अंदर रहना पड़ा जब हमने लंबे दौरे किए। क्वारंटाइन और बाकी सबकुछ आसान नहीं था। हर खिलाड़ी के पास इसका जवाब देने का अपना तरीका है और इसमें कुछ गलत भी नहीं है। 


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