Durg News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग में बच्चा चोरी के शक में तीन साधुओं की पिटाई
Durg News बच्चा चोरी के शक में तीन साधुओं की पिटाई का मामला सामने आया है। घटना छत्तीसगढ़ के दुर्ग की है। घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

रायपुर, जेएनएन। Durg News: छत्तीसगढ़ में दुर्ग के पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र के चरोदा में बच्चा चोर होने के संदेह में भीड़ ने तीन भगवाधारियों (साधुओ) की जमकर पिटाई कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों को किसी तरह बचाकर बाहर निकाला और अस्पताल ले गई। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्रदेश में भगवा वेश में बच्चा चोरों के सक्रिय होने की अफवाह के चलते धमतरी जिले में भी दो भगवाधारियों की पिटाई हो चुकी है।
बच्चा चोरी के संदेह में हुई पिटाई
राजस्थान के अलवर जिले के ग्राम गोविंदगढ़ निवासी राजबीर सिंह (28), श्याम सिंह (23) और अमन सिंह (28) दशहरा के दिन गणेश चौक चरोदा में भिक्षा मांगने के लिए गए थे। तीनों भगवा वेश में थे। लोगों को उन पर बच्चा चोर होने का संदेह हुआ। इसके बाद एक-एक कर जुटे लोगों ने तीनों को घेरकर पीटना शुरू कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही पुरानी भिलाई थाने में पदस्थ सिपाही सुनील त्रिपाठी वहां पहुंचे और तीनों को किसी तरह सुरक्षित निकाला। पुलिस की जांच में पता चला है कि तीनों दुर्ग रेलवे स्टेशन के सामने स्थित रैनबसेरा में रहते हैं और भिक्षावृत्ति कर जीवन-यापन करते हैं।
भाजपा ने राज्य सरकार को घेरा
इधर, इस घटना का वीडियो प्रसारित होने के बाद प्रदेश में राजनीति गरमा गई है। भाजपा ने भिक्षा मांगकर जीवन-यापन करने वाले साधुओं की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार को घेरा है।
खुद कानून न तोड़ेंः एसपी
आम लोगों से अपील है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्हें कहीं भी कोई संदिग्ध व्यक्ति नजर आए तो पुलिस को जानकारी दें। खुद कानून न तोड़ें।
अभिषेक पल्लव, एसपी, दुर्ग
भीड़ ने इसलिए की पिटाई
खुर्सीपार क्षेत्र में बच्चा चोर गिरोह के गिरफ्त में आने के बाद शहर में बच्चा चोरी का डर लोगों को सताने लगा है। इसके कारण संदिग्ध लोगों की पिटाई के मामले में भी सामने आने लगे हैं। इसी कड़ी में दशहरा के दिन दुर्ग जिले के भिलाई तीन क्षेत्र में साधुओं के भेष में घूम रहे तीन लोगों की पिटाई कर दी गई। भीड़ ने इन साधुओं की पिटाई कर दी। पीड़ितों में गोविंदगढ़ जिला अलवर राजस्थान निवासी राजबीर सिंह, श्याम सिंह और अमन सिंह शामिल हैं। तीनों दुर्ग रेलवे स्टेशन के सामने स्थित रेनबसेरा में रहते हैं और भिक्षावृत्ति करते हैं।
पिटाई करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज
पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र के चरौदा गांव में दशहरा के दिन तीन लोग साधु के भेष में घूम-घूमकर भीख मांग रहे थे। इस दौरान अफवाह उड़ी कि तीनों साधु के भेष में बच्चा चोरी के इरादे से घूम रहे हैं। भीड़ ने इनकी जमकर पिटाई कर दी। प्रारंभिक इलाज के बाद इन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। वहीं, पुलिस ने इस मामले में पिटाई करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी पहचान कर रही है।
-अभिषेक पल्लव, एसपी दुर्ग
Durg,Chhattisgarh| Mob beat 3 dressed as sadhus suspecting them to be child lifters. Sadhus were acting suspicious, speaking with children. We've been unable to verify their credentials. But what citizens did was wrong, no one should take law in their hands: SP Abhishek Pallav pic.twitter.com/fk4TdhqLVd
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) October 6, 2022
किसी को कानून हाथ में नहीं लेने देंगेः एसपी
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिर, एसपी अभिषेक पल्लवी ने कहा कि दुर्ग में भीड़ ने साधुओं के वेश में तीन को बच्चा चोर होने के शक में पीटा। साधु संदेहास्पद हरकत कर रहे थे, बच्चों से बात कर रहे थे। भीड़ ने जो किया वह गलत था, किसी को कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए।
सख्त कार्रवाई की जाएगीः ताम्रध्लज साहू
छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि पता चला है कि ती साधुओं के साथ मारपीट की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
सांगली में भीड़ ने चार साधुओं की पिटाई की थी
महाराष्ट्र के सांगली में गत सितंबर में बच्चा चोर होने के संदेह में भीड़ द्वारा चार साधुओं की कथित रूप से पिटाई की थी। इस संबंध में पुलिस ने इसका स्वत: संज्ञान लिया और 18 से 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। पुलिस ने सांगली की जठ तहसील के लवंगा गांव के पास हुई घटना के सिलसिले में छह लोगों को हिरासत में लिया था। सांगली में भीड़ ने बच्चा चोर होने के संदेह में चार साधुओं पर कथित रूप से हमला कर दिया था। समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार ये घटना जाट तहसील के लवंगा गांव की है, जब उत्तर प्रदेश के रहने वाले चार लोग एक कार में कर्नाटक के बीजापुर से मंदिर शहर पंढरपुर की ओर जा रहे थे। वे गांव के एक मंदिर में रुके थे।
पालघर में भीड़ ने तीन लोगों की कर दी थी हत्या
इससे पहले अप्रैल, 2020 में भी मुंबई में स्थित पालघर के गडचिनचले गांव में बच्चा चोरी के संदेह में उग्र भीड़ के हमले में तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी। ये तीनों लोग मुंबई से सूरत किसी की अंत्येष्टि में शामिल होने जा रहे थे, कि तभी 100 लोगों की भीड़ ने उन्हें बच्चा चोर समझकर ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया था। ग्रामीणों ने कार से खींचकर इन लोगों को उतारकर इतना मारा था कि तीनों की मौत हो गई थी। गांव वालों की भीड़ इतनी उग्र थी कि पुलिस के वाहन पर भी हमला कर दिया था। इस मामले नें 100 से अधिक ग्रामीणों को पुलिस ने हिरासत में लिया था।
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