Chhattisgarh: जाम में नहीं फंसे रहेंगे लोग, रायपुर पुलिस करेगी मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल का उपयोग
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस गाड़ियों की आवाजाही को सुचारू रूप से चलाने के लिए मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल का उपयोग शुरू करने की योजना बना रही है। इसे वीआईपी मूवमेंट प्रदर्शन डायवर्जन और सड़कों पर चल रहे निर्माण या मरम्मत कार्यों के दौरान उपयोग किया जाएगा।
रायपुर, एएनआई। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस ने ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए अहम फैसला किया है। रायपुर पुलिस ट्रैफिक को कंट्रोल में करने के लिए और वीआईपी आवाजाही और सुचारू यातायात को सुनिश्चित करने के लिए मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल का उपयोग शुरू करने की योजना बना रही है और इसे बहुत ही जल्द अपनाया भी जाएगा।
कैसे मदद करेगा पोर्टेबल ट्रैफिक सिग्नल?
रायपुर ट्रैफिक पुलिस शहर में यातायात का निंयत्रित करने के लिए पोर्टेबल ट्रैफिक सिग्नल का उपयोग करेगी। इसे खासकर वीआईपी मूवमेंट, प्रदर्शन, डायवर्जन और सड़कों पर चल रहे निर्माण या मरम्मत कार्यों के दौरान उपयोग किया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि पुलिस मुख्यालय ने हमें चार मोबाइल ट्रैफिक सिग्नल आवंटित किए हैं, जो बिजली आपूर्ति के लिए सौर पैनलों से लैस हैं।
वाहनों की हो सकेगी सुचारू आवाजाही
पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) गुरजीत सिंह ने कहा कि शहर में ऐसे कई स्थान हैं जहां ट्रैफिक सिग्नल नहीं लगाए जा सकते हैं, लेकिन इन मोबाइल इकाइयों की उपलब्धता से ट्रैफिक पुलिस को वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। वहीं, इसकी मदद से यातायात भी सुचारू रूप से चल सकेगा।
क्या होता है पोर्टेबल ट्रैफिक सिग्नल?
पोर्टेबल ट्रैफिक सिग्नल सौर ऊर्जा से चलता है जिसमें एक बैटरी बॉक्स लगाया गया है। इसमें नार्मल सिग्नल की तरह ही तीन लाइट लगाई गई हैं। यह पूरी तरह से पोर्टेबल सिग्नल है जिसको कहीं भी ले जया जा सकता है।
कई बार ऐसा होता है कि वीआईपी एंट्री होने से या फिर लोगों के द्वारा धरना दिया जाता है, जिससे सड़कों पर जाम लगा रहता है। उस रास्ते से जाने वाले लोगों को कई बार अपना रूट बदलना पड़ता है, इसकी वजह से बहुत वक्त भी खराब होता है। लेकिन अब पोर्टेबल ट्रैफिक सिग्नल से लोगों को इस समस्या से आराम मिल जाएगा।