Chhattisgarh News: टेकलगुडम नक्सली हमले में NIA ने चार्जशीट की दाखिल, 23 नक्सलियों को बनाया है आरोपी
पिछले साल छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के टेकलगुड़म-जूनागांव जंगल में हुए नक्सली हमले के मामले में NIA ने चार्जशीट दाखिल की है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 23 नक्सलियों के खिलाफ एनआइए की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल की है।

छत्तीसगढ़, रायपुर: पिछले साल छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के टेकलगुड़म-जूनागांव जंगल में हुए नक्सली हमले के मामले में NIA ने चार्जशीट दाखिल की है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 23 नक्सलियों के खिलाफ एनआइए की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल की है। बता दें कि इस नक्सली हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के आठ और राज्य पुलिस के 14 जवान शहीद हुए थे। इस हमले में एक हजार से अधिक नक्सलियों के मारे जाने का भी दावा किया गया था।
बीजापुर और सुकमा जिले में हुए थे हमले
बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर तीन अप्रैल 2021 को हुई घटना में नक्सलियों ने एबुंश में फंसाकर फोर्स पर हमला कर दिया था। इस घटना में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के आठ और राज्य पुलिस के 14 जवान शहीद हुए थे । 31 जवान घायल हुए थे। वहीं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के एक जवान राकेश्वर मन्हास का नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था। बस्तर रेंज के आईजीपी सुंदरराज ने बताया कि, 23 नक्सलियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो की पकड़े जाने से पहले ही मौत हो गई। 20 माओवादी कैडरों को फरार आरोपी के रूप में चार्जशीट किया गया है।
नक्सलियों ने जवान का किया था अपहरण
बता दें कि जम्मू निवासी जवान राकेश्वर मन्हास को छुड़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने पद्मश्री धर्मपाल सैनी व बीजापुर के आदिवासी समाज के प्रमुखों व पत्रकारों के दल को नक्सलियों से चर्चा के लिए भेजा था। दल की पहल पर पांच दिनों बाद राकेश्वर मन्हास को नक्सलियों ने रिहा कर दिया था। इस घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बीजापुर आए थे। घटना की जांच देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी एनआइए को सौपी गई थी। एनआइए ने जांच पूरी कर घटना के लिए 23 नामजद नक्सलियों के खिलाफ जगदलपुर स्थिति एनआइए की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल किया है।
NIA की चार्जशीट में लीडर हिड़मा का भी नाम
एनआइए द्वारा दाखिल चार्जशीट में बताया गया है कि हमले में नक्सलियों का बड़ा लीडर हिड़मा भी शामिल है। गौरतलब है कि दुर्दात नक्सली हिड़मा का गृह ग्राम भी इसी टेकलगुडम इलाके में हैं। इस क्षेत्र को नक्सलियों का गढ़ माना जाता है। तर्रेम थाना क्षेत्र में अक्टूबर 1998 में नक्सलियों ने पहली बड़ी घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद बीते 24 सालों में इस क्षेत्र में नक्सली छोटी-बड़ी कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। इस अंदरूनी क्षेत्र में फोर्स के कैंप खुलने के बाद पिछले एक साल में नक्सली घटनाओं में कमी आई है।
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