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    CG Election 2023: चुनाव से पहले गंगाजल को लेकर चढ़ा सियासी पारा, भिड़े BJP और Congress

    प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार के डाक विभाग ने तीन अक्टूबर को जारी अधिसूचना में स्पष्ट लिखा है कि गंगाजल की कीमत 35 रुपये रखी गई है जिसमें 18 प्रतिशत जीएसटी भी शामिल हैं। दूध दही जूता चप्पल स्टेशनरी कफन पर जीएसटी लगाकर वसूलने के बाद भी केंद्र सरकार की कमाई की भूख खत्म नहीं हुई है।

    By Edited By: Shubham SharmaUpdated: Sun, 15 Oct 2023 05:30 AM (IST)
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    गंगाजल पर टैक्स को लेकर भाजपा-कांग्रेस में सियासत। (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, रायपुर। छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले एक बार फिर कांग्रेस और बीजेपी वार-पलटवार शुरू हो गया है। तीन अक्टूबर को जीएसटी काउंसिल की बैठक हुई, जिसके बाद गंगाजल पर टैक्स ने प्रदेश में भाजपा-कांग्रेस के बीच सियासी तलवारें खींच चुकी है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कर वसूली के लिए भाजपा ने गंगाजल को भी नहीं छोड़ा। वहीं, भाजपा का कहना है कि कांग्रेस झूठ फैलाने का काम कर रही है।

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    कांग्रेस पर बोला हमला

    प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार के डाक विभाग ने तीन अक्टूबर को जारी अधिसूचना में स्पष्ट लिखा है कि गंगाजल की कीमत 35 रुपये रखी गई है, जिसमें 18 प्रतिशत जीएसटी भी शामिल हैं। दूध, दही, जूता, चप्पल, स्टेशनरी, कफन पर जीएसटी लगाकर वसूलने के बाद भी केंद्र सरकार की कमाई की भूख खत्म नहीं हुई है।

    पेट्रोल डीजल पर मनमाना टैक्स दवाइयों के दाम में 30 प्रतिशत वृद्धि, रेल टिकट प्लेटफार्म टिकट पर वृद्धि ऐसा कोई आवश्यक वस्तु नहीं बचा है, जिस पर मोदी सरकार जीएसटी की वसूली नहीं कर रही हो। अब हिंदुओं के पूजन में काम आने वाले पवित्र गंगाजल पर भी 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि चार दिन पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गंगाजल पर जीएसटी के विरोध में केंद्र सरकार पर कई सवाल दागे थे।

    भ्रम फैला रही है कांग्रेस 

    कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व भाजपा प्रत्याशी अरुण साव ने कहा कि गंगाजल पर जीएसटी के नाम पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल झूठ बोलकर भ्रम फैला रहे हैं। जब गंगाजल पर जीएसटी लगा ही नहीं है तो मुख्यमंत्री बघेल ने यह झूठ क्यों बोला?

    सत्ता-लोलुपता में कांग्रेस और उसके मुख्यमंत्री आखिर और कितना झूठ बोलकर प्रदेश की जनता को बरगलाने का काम करेंगे? कांग्रेस ने पहले गंगाजल की झूठी कसम खाई और अब गंगाजल पर जीएसटी के नाम से झूठ फैलाया। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मुख्यमंत्री को मिथ्या प्रलाप करने की बुरी लत लगी हुई है। इससे पता चलता है कि कांग्रेस की न सनातन के प्रति श्रद्धा है और न ही गंगाजल के प्रति।

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