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    Chhattisgarh Naxal Encounter: कौन था 40 लाख का इनामी नक्सली सुधाकर? बीजापुर में हुई मुठभेड़ में मारा गया

    Updated: Thu, 05 Jun 2025 10:58 PM (IST)

    छत्तीसगढ़ के नारायणपुर-बीजापुर जिले की सीमा पर सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में 67 वर्षीय माओवादी नरसिम्हा चालम उर्फ गौतम उर्फ सुधाकर को मार गिराया। भाकपा (माओवादी) के केंद्रीय समिति सदस्य सुधाकर पर छत्तीसगढ़ में 40 लाख रुपये का इनाम था। मुठभेड़ स्थल से एके-47 राइफल और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई हैं। सुधाकर युवाओं को राष्ट्रविरोधी विचारधारा की ओर गुमराह करने में सक्रिय था।

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    माओवादी नरसिम्हा चालम उर्फ गौतम उर्फ सुधाकर को मारा गया।(फाइल फोटो)

    जेएनएन, बीजापुर। नारायणपुर-बीजापुर जिले की सीमा पर स्थित इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में गुरुवार सुबह सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में 67 वर्षीय माओवादी नरसिम्हा चालम उर्फ गौतम उर्फ सुधाकर को मार गिराया। भाकपा (माओवादी) के केंद्रीय समिति सदस्य (सीसीएम) सुधाकर पर छत्तीसगढ़ में 40 लाख रुपये का इनाम था।

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    वह आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र में भी वांछित था। पुलिस के अनुसार उसके विरुद्ध इन राज्यों में भी इनाम घोषित है, जिसका ब्योरा एकत्र किया जा रहा है। मुठभेड़ स्थल से एके-47 राइफल और विस्फोटक सामग्री भी बरामद हुए हैं।

    युवाओं को राष्ट्रविरोधी विचारधारा की ओर गुमराह कर रहा था नरसिम्हा चालम 

    पुलिस के अनुसार सुधाकर माओवादी संगठन के सेंट्रल रीजनल ब्यूरो के क्रांतिकारी राजनीतिक स्कूल (रिपोस) का प्रभारी था। वह युवाओं को राष्ट्रविरोधी विचारधारा की ओर गुमराह कर हिंसा के लिए उकसाने में सक्रिय था। सुधाकर के मारे जाने से माओवादी नेतृत्व को बड़ा झटका लगा है।

    शीर्ष माओवादी सुधाकर, तेलंगाना राज्य समिति के बांदी प्रकाश और दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य पप्पा राव की अबूझमाड़ व आइटीआर क्षेत्र में उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा बटालियन के जवानों को अभियान पर भेजा गया था। इसी दौरान आइटीआर क्षेत्र में सुरक्षा बलों का सामना माओवादियों की एक टुकड़ी से हुआ।

    दोनों ओर से हुई भीषण गोलीबारी में कुछ और माओवादियों के मारे जाने की सूचना है, जिनकी तलाश की जा रही है। बता दें कि मार्च 2026 तक माओवादी गतिविधियों के समूल सफाए का लक्ष्य है। बस्तर में एक पखवाड़े के भीतर यह दूसरी बड़ी सफलता है।

    इसके पहले 21 मई को डीआरजी के जवानों ने अबूझमाड़ में ही माओवादी प्रमुख बसव राजू समेत 28 माओवादियों को ढेर कर दिया था। पिछले डेढ़ वर्ष में प्रदेश में मुठभेड़ों में 448 माओवादी मारे जा चुके हैं, जिनमें 421 से अधिक के शव मिले हैं। 

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