सुरक्षाबलों ने तोड़ दी नक्सलियों की कमर, एक दिन में 33 इनामी माओवादियों ने कर दिया सरेंडर; जानिए कितना था इनाम
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है। बीजापुर और दंतेवाड़ा में 91 लाख रुपये के इनामी 33 माओवादियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। इनमें पीएलजीए कंपनी के डिप्टी कमांडर हनुमंत राव भी शामिल हैं जो 1997 से नक्सली संगठन में सक्रिय थे। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने बताया कि बासव राजू के मारे जाने के बाद माओवादियों का संगठन पर से भरोसा टूट रहा है।

जेएनएन, जगदलपुर। माओवादी प्रमुख बसव राजू के ढेर होने के बाद अब माओवादियों का भरोसा संगठन पर से टूटता दिखाई दे रहा है। माओवादी यह समझ चुके हैं कि उनके सामने अब मौत या समर्पण का ही रास्ता शेष रह गया है।
शुक्रवार को बीजापुर व दंतेवाड़ा में 91 लाख के इनामी 33 माओवादियों ने पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया। इनमें दंतेवाड़ा में समर्पण करने वाले नौ में से चार माओवादियों पर साढ़े तीन लाख रुपये का इनाम है।
20 माओवादियों पर 87.50 लाख रुपये का इनाम
बीजापुर में समर्पण करने वाले 24 में से 20 माओवादियों पर 87.50 लाख रुपये का इनाम है। आत्म समर्पण करने वाला पीपुल्स लिब्रेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) कंपनी नंबर-दो का डिप्टी कमांडर हनुमंत राव 1997 से माओवादी संगठन में सक्रिय था।
उसने बताया कि बसव राजू के मारे जाने के बाद अब अधिकतर माओवादी संगठन छोड़ना चाह रहे हैं। हिड़मा की बटालियन नंबर-एक के सदस्य अर्जुन माड़वी ने कहा कि माओवादी संगठन में अब बिखराव की स्थिति है।
बीजापुर में आत्म समर्पण करने वाले माओवादी
दस लाख का इनामी: हनुमंत राव ऊर्फ राकेश।
आठ लाख के इनामी: हनुमंत की पत्नी मंगली कोरसा, संपत पूनेम, संपत की पत्नी लक्ष्मी, राजू फरसा, दशरू कुंजाम, मुका माड़वी, अर्जुन माड़वी।
पांच लाख के इनामी: तुलसी कोरसा, पायकू कोरसा।
दो लाख के इनामी: कुम्मी पोटाम, सुदरू मोडि़याम।
एक लाख के इनामी: सुनिला ओयाम, छोटू कुंजाम, बुधी हेमला, रीना कोरसा पिता आयतु कोरसा, मुन्ना उईका, जीतू पूनेम, बोत्ती पूनेम समेत अन्य हैं।
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