Google पर विज्ञापन के नियमों से छेड़छाड़ के लगे आरोप, EU ने दायर की चार्जशीट
27 देशों के यूरोपीय यूनियन की तरफ से गूगल पर चौथी बार यह आरोप लगा है कि उसने ऑनलाइन विज्ञापन खरीदने और बेचने के लिए बाजार पर अपने नियंत्रण का दुरुपयोग किया है। गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट पर उसके वार्षिक लाभ का 10 प्रतिशत तक जुर्माना लगा सकती है।
कैलिफोर्निया, एजेंसी। यूरोपियन यूनियन की ओर से गूगल को बड़ा झटका लगा है। गूगल पर आरोप लगाया गया है कि कंपनी द्वारा एंटी-कॉम्पिटेटिव प्रैक्टिेसेज की जा रही है। यूरोपियन यूनियन के अनुसार गूगल को एंटी ट्रस्ट लॉ का दोषी पाया गया है।
27 देशों के यूरोपीय यूनियन की तरफ से गूगल पर चौथी बार यह आरोप लगा है कि उसने ऑनलाइन विज्ञापन खरीदने और बेचने के लिए बाजार पर अपने नियंत्रण का दुरुपयोग किया है। गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट पर उसके वार्षिक लाभ का 10 प्रतिशत तक जुर्माना लगा सकती है।
कंपनी ने ऐड के नियमों से की छेड़छाड़: ईयू
यूरोपियन यूनियन के मुताबिक, कंपनी ने ऐड से जुड़े नियमों से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए खुद को फायदा पहुंचाने की बात कही है। बता दें कि गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के कुल रेवेन्यू का सबसे बड़ा जरिया ऑनलाइन एडवरटाइजिंग है। पिछले साल कंपनी को ऑनलाइन एडवरटाइजिंग के जरिए 225 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू मिला था।
गूगल ने दी अपनी प्रतिक्रिया
गूगल ने यूरोपियन यूनियन के फैसले पर आपत्ति जाहिर की। गूगल के ग्लोबल ऐड बिजनेस के वाइस प्रेसिडेंट डैन टेलर ने कहा, 'जबरदस्त प्रतियोगिता से जुड़े इस सेक्टर में गूगल अपने पब्लिशर और एडवरटाइजर पार्टनर्स के लिए वैल्यू क्रिएट करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हम अपनी ओर से जवाब देंगे।
साल 2021 में यूरोपियन यूनियन ने गूगल की एड टेक्नोलॉजी से जुड़े काम की जांच की। यूके की कंपटीशन अथॉरिटी भी गूगल की ऐड टेक प्रैक्टिस की छानबीन में जुटी है।