बोतल बनाते-बनाते बनाने लगी पेप्सी, अब शराब के धंधे में कूदी ये कंपनी; शेयरों में उछाल, मुनाफा बढ़कर हुआ ₹741 करोड़
Varun Beverages Q3 Result: वरुण बेवरेजेज लिमिटेड अब शराब के कारोबार में कदम रख रही है। कंपनी ने सितंबर तिमाही में 741 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जो पिछले साल से 19.5% अधिक है। कंपनी ने कार्ल्सबर्ग के साथ अफ्रीका में एक डिस्ट्रीब्यूशन एग्रीमेंट भी किया है। कंपनी का रेवेन्यू भी बढ़कर 5,048 करोड़ रुपये हो गया है। इसके साथ कंपनी अब एल्कोहलिक बिजनेस में भी एंट्री का एलान कर दिया है।

बोतल बनाते-बनाते बनाने लगी पेप्सी, अब शराब के धंधे में कूदी ये कंपनी; शेयरों में उछाल, मुनाफा बढ़कर हुआ ₹741 करोड़
नई दिल्ली। Varun Beverages Q3 Result: वरुण बेवरेजेज लिमिटेड का नाम तो आप सभी ने सुना होगा। शुरुआत में यह कंपनी अन्य कंपनियों के लिए बोतल बनाया करती थी। फिर धीरे-धीरे करके इस कंपनी ने पेप्सी के लिए कोल्ड ड्रिंक बनाने लगी। और अब इस कंपनी ने एलान किया है कि वह अब एल्कोहलिक ड्रिंक भी बनाएगी। यानी कंपनी अब शराब के बिजनेस में भी एंट्री कर चुकी है। Varun Beverages ने आज अपने नतीजे भी जारी किए। वरुण बेवरेजेज ने बुधवार, 29 अक्टूबर को कैलेंडर वर्ष 2025 की सितंबर तिमाही (Q3 CY25) में अपने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में साल-दर-साल (YoY) 19.5% की बढ़ोतरी दर्ज की और यह ₹741 करोड़ रहा। पिछले साल इसी तिमाही में इसका नेट प्रॉफिट ₹619.6 करोड़ था।
अफ्रीका में कार्ल्सबर्ग के साथ पार्टनरशिप
VBL ने कुछ अफ्रीकी बाजारों के लिए कार्ल्सबर्ग ब्रूअरीज A/S के साथ एक एक्सक्लूसिव डिस्ट्रीब्यूशन एग्रीमेंट साइन किया है। इस डील के जरिए, VBL की कुछ अफ्रीकी सब्सिडियरी कंपनियों अपने इलाकों में कार्ल्सबर्ग बीयर का टेस्ट-मार्केटिंग करेंगी। कंपनी ने कहा कि यह कदम ग्लोबल मार्केट में रेडी-टू-ड्रिंक (RTD) और दूसरे अल्कोहलिक बेवरेजेस की बढ़ती डिमांड के हिसाब से है। कंपनी इस पार्टनरशिप को सॉफ्ट ड्रिंक्स से आगे अपने पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करने के एक बड़े मौके के तौर पर देखती है, जिसमें भारत और विदेश दोनों जगह बीयर, वाइन, व्हिस्की, रम, वोदका और दूसरे अल्कोहलिक बेवरेजेस शामिल हैं।
बुधवार को बोर्ड ने कंपनी के मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन के मेन ऑब्जेक्ट्स में अल्कोहलिक बेवरेज बिज़नेस को जोड़ने के प्लान को मंज़ूरी दे दी। एक बयान में कहा गया है, "रेडी टू ड्रिंक (RTD) और तरह-तरह के अल्कोहलिक बेवरेजेज की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए, VBL को भारत और विदेश में किसी भी तरह के RTD और अल्कोहलिक बेवरेजेज, जिसमें बीयर, वाइन, लिकर, ब्रांडी, व्हिस्की, जिन, रम, वोदका शामिल हैं, के बिजनेस में विस्तार का मौका दिख रहा है।"
VBL की कुछ अफ्रीकी सब्सिडियरी अब अपने इलाकों में बीयर मार्केट को टेस्ट करेंगी और उन्होंने अपने ब्रांड - कार्ल्सबर्ग के लिए कार्ल्सबर्ग ब्रुअरीज A/S के साथ एक एक्सक्लूसिव डिस्ट्रीब्यूशन एग्रीमेंट किया है।वरुण बेवरेजेज पेप्सिको की सबसे बड़ी फ्रेंचाइजी में से एक है। यह कई तरह के कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स के साथ-साथ पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर समेत कई तरह के नॉन-कार्बोनेटेड बेवरेजेज भी डिस्ट्रीब्यूट करती है।
कैसे रहे Varun Beverages के तिमाही नतीजे
फूड और बेवरेज की बड़ी कंपनी पेप्सिको लिमिटेड के सबसे बड़े बॉटलिंग पार्टनर में से एक वरुण बेवरेजेज लिमिटेड ने बुधवार, 29 अक्टूबर को अपने सितंबर तिमाही के नतीजे घोषित किए। यह वरुण बेवरेजेज के लिए तीसरी तिमाही है क्योंकि कंपनी कैलेंडर वर्ष के फॉर्मेट में कमाई की रिपोर्ट करती है। कंपनी का कंसोलिडेटेड ऑपरेशनल रेवेन्यू सितंबर 2025 को खत्म हुई तिमाही में पिछले साल की इसी अवधि के ₹4,932 करोड़ की तुलना में 2.35% बढ़कर ₹5,048 करोड़ हो गया। पिछले साल इसी अवधि के ₹619 करोड़ की तुलना में नेट प्रॉफिट 20% बढ़कर ₹742 करोड़ हो गया।
इंटरनेशनल मार्केट में पानी के ज्यादा इस्तेमाल की वजह से Q3 में ग्रॉस मार्जिन 119 बेसिस पॉइंट बढ़कर 56.7% हो गया। साथ ही, इंटरनेशनल मार्केट में, इन-हाउस बैकवर्ड इंटीग्रेशन पहलों में बढ़ोतरी के कारण खर्च कच्चे माल की खरीद से हटकर कर्मचारी लागत, बिजली और ईंधन और अन्य मैन्युफैक्चरिंग ओवरहेड्स पर चला गया है।
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(डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)

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