Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा उत्पादक NTPC बल्क में खरीदेगी न्यूक्लियर रिएक्टर, सरकार से मांग ली परमिशन; शेयर उछले

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 12:39 PM (IST)

    NTPC Nuclear Reactors एनटीपीसी लिमिटेड (NTPC) परमाणु ऊर्जा क्षमता का विस्तार करने के लिए सरकार से न्यूक्लियर रिएक्टर खरीदने की मंजूरी मांग रही है। कंपनी का लक्ष्य 2047 तक 100 गीगावाट परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता स्थापित करने के भारत के अभियान में योगदान देना है। इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में उछाल देखा गया है।

    Hero Image
    NTPC का न्यूक्लियर रिएक्टर खरीदने का प्लान, शेयरों में आया उछाल

    नई दिल्ली। NTPC Shares News: भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा उत्पादक कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड (NTPC) न्यूक्लियर रिएक्टर खरीदना चाहती है। कंपनी ने इसके लिए भारत सरकार से मंजूरी मांगी है। एनटीपीसी अपने परमाणु ऊर्जा क्षमता का विस्तार करने का प्रयास कर रही है। यह व्यापक राष्ट्रीय प्रयास का हिस्सा है। इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में उछाल भी देखा गया है। आज एनटीपीसी के शेयर 343.30 रुपये के स्तर पर ओपन हुए और यह 350.40 रुपये के स्तर तक गए। इस खबर को लिखते समय तक NTPC के शेयर 1.53% की तेजी के साथ 348.25 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सरकारी कंपनी 700 मेगावाट से लेकर लगभग 1,730 मेगावाट तक की बड़ी इकाइयाँ खरीदने का लक्ष्य लेकर चल रही है, लेकिन अभी तक टेंडर का आकार तय नहीं हुआ है। बातचीत अभी भी निजी होने के कारण नाम न बताने की शर्त पर लोगों ने बताया कि थोक में खरीदारी करके एनटीपीसी को कुल लागत कम करने की उम्मीद है।

    100 गीगावाट परमाणु ऊर्जा उत्पादन का है लक्ष्य

    एनटीपीसी ने 2047 तक 100 गीगावाट परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता (NTPC Nuclear power generation capacity) बनाने के भारत के अभियान का लक्ष्य रखा है। यह वर्तमान कुल क्षमता से 11 गुना ज्यादा  है, और वह इस लक्ष्य का लगभग एक तिहाई स्थापित करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।

    यह भी पढ़ें- ग्रीन एनर्जी में NTPC व NLC ने किया 27 हजार करोड़ का निवेश, कल शेयर पर दिखेगा एक्शन!

    निजी निवेश आकर्षित करने के लिए मौजूदा कानूनों में बदलाव करने की नई दिल्ली की योजना परमाणु ऊर्जा में वैश्विक पुनर्जागरण के बीच आई है, जिसे व्यापक रूप से चौबीसों घंटे, कम कार्बन उत्सर्जन वाली बिजली उत्पादन के साधन के रूप में देखा जाता है।

    दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा CO2 उत्सर्जक, भारत बिजली उत्पादन के लिए कोयले पर बहुत अधिक निर्भर (coal for power generation) है। 1969 में अपने सबसे पुराने रिएक्टर के चालू होने के बाद से, देश ने 8.8 गीगावाट परमाणु ऊर्जा स्थापित की है, और 2047 के लक्ष्य तक पहुँचने का मतलब होगा कि अगले 22 वर्षों में हर साल आधी क्षमता का निर्माण करना होगा।

    "शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"

    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)