Dividend Stock: ये 3 शेयर 2026 में भर सकते हैं डिविडेंड से झोली, कमाई देख हो जाएगा दिल खुश!
निवेशक अक्सर बेहतर कमाई और कंपाउंडिंग के लिए डिविडेंड देने वाले शेयरों (Dividend Stock) की तलाश में रहते हैं। डिविडेंड वाले शेयर मजबूत कैश फ्लो और स् ...और पढ़ें

नई दिल्ली। बढ़िया कमाई और कंपाउंडिंग के जरिये लंबी अवधि की ग्रोथ के लिए निवेशक अक्सर डिविडेंड देने वाले शेयरों (Dividend Stock) को ढूढ़ते हैं। डिविडेंड वाले शेयर आमतौर पर मजबूत कैश फ्लो और स्थिर बिजनेस मॉडल वाली कंपनियों के होती हैं। ये शेयरधारकों को रिटर्न देने को प्राथमिकता देती हैं। बाजार में उतार-चढ़ाव के दौर में भी ऐसे शेयर नॉन-डिविडेंड ग्रोथ स्टॉक्स की तुलना में बेहतर कमाई करवाने का दम रखती हैं।
हम आपको यहां तीन कंपनियों के बारे में बता रहे हैं, जिनमें 2026 में बेहतर डिविडेंड देने की क्षमता नजर आती है। इन कंपनियों का डिविडेंड ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा रहा है, कैश फ्लो मजबूत हैं और बिजनेस ऑपरेशंस स्थिर हैं।
1. एनटीपीसी (NTPC)
एनटीपीसी भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा कंपनी है और पावर जेनरेशन वैल्यू चेन में इसकी मजबूत मौजूदगी है। यह देश की प्रमुख बिजली उत्पादक कंपनियों में से एक है।
एनटीपीसी का डिविडेंड रिकॉर्ड
| वित्त वर्ष | FY23 | FY24 | FY25 |
| फेस वैल्यू (₹) | 10 | 10 | 10 |
| डिविडेंड प्रति शेयर (₹) | 7.25 | 7.75 | 8.35 |
| डिविडेंड पेआउट रेशियो (%) | 41.1 | 35.2 | 33.8 |
एनटीपीसी ने साल दर साल अपने डिविडेंड भुगतान को बढ़ाया है। FY23 में ₹7.25 से बढ़कर FY25 में यह ₹8.35 प्रति शेयर हो गया। बड़े विस्तार के बावजूद कंपनी का कैश फ्लो मजबूत बना हुआ है, जिससे आगे डिविडेंड बढ़ने की संभावना बनी रहती है।
Q2 FY26 में एनटीपीसी का रेवेन्यू ₹4,47,858 करोड़ रहा, जो पिछले साल के समान अवधि के मुकाबले लगभग स्थिर है। वहीं, शुद्ध मुनाफा बढ़कर ₹29,681 करोड़ हो गया, जो एक साल पहले ₹26,543 करोड़ था।
आगे चलकर एनटीपीसी 2030 तक 500 GW नॉन-फॉसिल फ्यूल क्षमता जोड़ने की दिशा में काम कर रही है। कंपनी का लक्ष्य 2032 तक 60 GW रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता स्थापित करने का है।
इसके अलावा, एनटीपीसी देश का पहला हाइड्रोजन हब विकसित कर रही है और ग्रीन हाइड्रोजन से जुड़े कई पायलट प्रोजेक्ट्स शुरू कर चुकी है, जिससे क्लीन एनर्जी इकोसिस्टम को मजबूती मिल सकती है।
2. कोल इंडिया (Coal India)
कोल इंडिया दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी स्वामित्व वाली कोयला उत्पादक कंपनी है, जिसका मुख्यालय कोलकाता में है। यह भारत के कुल कोयला उत्पादन का लगभग 80–85% योगदान देती है और कोयला मंत्रालय के अंतर्गत एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है।
कोल इंडिया का डिविडेंड रिकॉर्ड
कोल इंडिया का डिविडेंड भुगतान रिकॉर्ड मजबूत रहा है और प्रति शेयर डिविडेंड में धीरे-धीरे बढ़ोतरी देखने को मिली है। कंपनी के पास मजबूत कैश बैलेंस और संतुलित डिविडेंड पेआउट रेशियो है।
| वित्त वर्ष | FY23 | FY24 | FY25 |
| फेस वैल्यू (₹) | 10 | 10 | 10 |
| डिविडेंड प्रति शेयर (₹) | 24.25 | 25.5 | 26.5 |
| डिविडेंड पेआउट रेशियो (%) | 47.1 | 42.1 | 46.3 |
हालांकि, वित्तीय मोर्चे पर Q2 FY26 में कंपनी का रेवेन्यू घटकर ₹3,01,867 करोड़ रहा, जो एक साल पहले ₹3,11,819 करोड़ था। वहीं, शुद्ध मुनाफा ₹61,377 करोड़ से घटकर ₹40,534 करोड़ रह गया।
आगे की बात करें तो कोल इंडिया ने पावर सेक्टर के लिए 629 मिलियन टन वार्षिक कोयला आपूर्ति के दीर्घकालिक ईंधन आपूर्ति समझौते किए हैं, जिससे कंपनी को स्थिर मांग और बेहतर प्लानिंग में मदद मिलती है।
FY25 से 8% सालाना ग्रोथ के अनुमान के साथ कंपनी FY35 तक 1.23 बिलियन टन उत्पादन का लक्ष्य रखती है।
इसके अलावा, कोयला गैस, कोल बेड मीथेन (CBM) और रिन्यूएबल एनर्जी जैसे नए क्षेत्रों में विस्तार सरकार की नई नीतियों के अनुरूप है, जिससे भविष्य में नए रेवेन्यू स्रोत बन सकते हैं।
3. पॉलीकैब इंडिया (Polycab India)
पॉलीकैब इंडिया भारत की सबसे बड़ी वायर और केबल निर्माता कंपनी है और FMEG (फास्ट मूविंग इलेक्ट्रिकल गुड्स) सेगमेंट में तेजी से बढ़ रही है। कंपनी के पास 28 आधुनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जिनमें Techno और Trafigura के साथ दो जॉइंट वेंचर्स भी शामिल हैं। ये यूनिट्स गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और दमन एवं दीव में स्थित हैं।
पॉलीकैब इंडिया का डिविडेंड रिकॉर्ड
पॉलीकैब ने बीते वर्षों में न केवल डिविडेंड प्रति शेयर बढ़ाया है, बल्कि डिविडेंड पेआउट रेशियो में भी सुधार किया है। Q2 FY26 में कंपनी का रेवेन्यू बढ़कर ₹64,772 करोड़ हो गया, जो पिछले साल ₹54,984 करोड़ था। वहीं, शुद्ध मुनाफा 55% की छलांग के साथ ₹6,930 करोड़ पहुंच गया।
| वित्त वर्ष | FY23 | FY24 | FY25 |
| फेस वैल्यू (₹) | 10 | 10 | 10 |
| डिविडेंड प्रति शेयर (₹) | 20 | 30 | 35 |
| डिविडेंड पेआउट रेशियो (%) | 23.3 | 25 | 25.7 |
कंपनी को उम्मीद है कि 2030 तक उसकी बिक्री में 27% CAGR से बढ़ोतरी होगी। इसके लिए पॉलीकैब ₹80 अरब के निवेश से अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना बना रही है।
यह भी पढ़ें: Dividend क्या होता है? इससे आपको कैसे लाभ मिलता है; डिविडेंड के बारे में A to Z
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(डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)

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