12 कंपनी और 14 लाख करोड़ की संपत्ति, अदाणी के किस शेयर में लगाएं पैसा? ब्रोकरेज को सबसे ज्यादा पसंद ये स्टॉक
हिंडनबर्ग मामले में सेबी के फैसले से अदाणी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। खास बात है कि निवेशकों के साथ-साथ ब्रोकरेज फर्म का भरोसा भी समूह की कंपनियों पर बढ़ा है। ब्रोकरेज हाउसेज अदाणी समूह की सभी कंपनियों पर BUY रेटिंग लगातार बढ़ा रही हैं।

नई दिल्ली। हिंडनबर्ग मामले में सेबी की ओर से क्लिन चिट मिलने के बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों (Adani Group Shares) में 19 सितंबर को तगड़ा उछाल आया। अदाणी पोर्ट्स, अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी टोटल गैस और अदाणी पावर (Adani Power Shares) समेत कुछ स्टॉक 13 फीसदी तक चढ़ गए। सेबी ने अपनी रिपोर्ट में समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग के आरोपों को गलत बताया, जिसके चलते अदाणी समूह के सभी शेयरों में जबरदस्त खरीदारी देखने को मिली। इस तेजी के चलते शेयर बाजार में लिस्टेड अदाणी समूह की कुल 12 कंपनियों का ज्वाइंट मार्केट कैप 69,000 करोड़ रुपये बढ़ा है, और इससे ग्रुप का वैल्युएशन लगभग 13.96 लाख करोड़ रुपये हो गया।
अदाणी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों में अदाणी पोर्ट्स, अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी पावर, अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी एनर्जी सॉल्युशंस, अदाणी टोटल गैस, अदाणी विल्मर एग्री बिजनेस, अंबुजा सीमेंट, एसीसी लिमिटेड, एनडीटीवी, ओरिएंट सीमेंट और सांघी इंडस्ट्रीज शामिल हैं। इस खबर से निवेशकों के साथ-साथ ब्रोकरेज फर्म का भरोसा भी अदाणी समूह को लेकर बढ़ गया है। यही वजह है कि ब्रोकरेज हाउसेज अदाणी समूह की सभी कंपनियों पर "BUY" रेटिंग लगातार बढ़ा रहे हैं।
ब्रोकरेज हाउसेज ने शेयरों पर बढ़ाई कवरेज
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों से पता चलता है कि 2023 के बाद से ब्रोकरेज फर्म और मार्केट एनालिस्ट के सेंटिमेंट अदाणी ग्रुप की कंपनियों को लेकर तेजी से बदले हैं। अदाणी एंटरप्राइजेज को अब 3 "BUY" मिले हैं, जबकि पिछले साल मार्च के अंत में यह संख्या केवल 1 थी।
अदाणी पावर के शेयरों पर भी ब्रोकरेज फर्म की BUY कॉल बढ़कर 1 से 5 हो गई है। अदाणी टोटल गैस को एक बाय कॉल, जबकि अदाणी ग्रीन एनर्जी, जिस पर ब्रोकरेज की कोई कवरेज नहीं थी उस पर अब 6 बाय कॉल हैं। वहीं, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयरों पर भी 8 ब्रोकरेज फर्म ने खरीदी की राय दी है, इससे पहले शेयर पर बाय कॉल की संख्या सिर्फ एक थी। आखिरी में सबसे ज्यादा 36 बाय कॉल अंबुजा सीमेंट्स को मिले हैं, जबकि पहले यह संख्या 27 थी।
क्यों बदली धारणा?
अदाणी ग्रुप के शेयरों को लेकर बड़े निवेशकों की धारणा बदलने की 3 बड़ी वजह रही हैं।
-पहला शेयरों की कीमतों में तेज सुधार
-शेयरों के ज्यादा बेहतर वैल्युएशन
-समूह की महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाएं, जिन्हें साकार रूप दिया जा रहा है।
"शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"
(डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
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