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    अनिल अंबानी ने जीती एक और कानूनी लड़ाई, 526 करोड़ रुपये वाला केस जीता; अब भागेंगे Reliance Infra के शेयर?

    Updated: Wed, 13 Aug 2025 06:57 PM (IST)

    Anil Ambani रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने अनुबंध को गलत तरीके से समाप्त करने के लिए अरावली पावर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मध्यस्थता पुरस्कार (Reliance Infra Arbitration Victory) के रूप में 526 करोड़ रुपये जीते हैं। अनिल अंबानी के लिए एक अच्छी खबर है। तीन सदस्यीय मध्यस्थ न्यायाधिकरण ने रिलायंस इन्फ्रा के पक्ष में फैसला सुनाया है।

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    अनिल अंबानी ने जीती एक और कानूनी लड़ाई, 526 करोड़ रुपये वाले केस के पक्ष में आया फैसला

    नई दिल्ली। Anil Ambani: बड़े दिनों बाद दिग्गज उद्योगपति अनिल अंबानी के खिलाफ एक और अच्छी खबर आई है। उनकी कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने अरावली पावर कंपनी के खिलाफ 526 करोड़ रुपये का मध्यस्थता का मुकदमा जीता है। रिलायंस इन्फ्रा (Reliance Infrastructure) ने 2018 में अनुबंध की गलत समाप्ति के लिए अरावली पावर (Aravali Power) के खिलाफ मध्यस्थता को लेकर अपील दायर की थी।

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    पिछले कुछ दिनों ईडी ने अनिल अंबानी और उनसे जुड़ी कई जगहों पर छापेमारी की थी। सेबी ने उनके द्वारा दायर की गई यस बैंक (Yes Bank) केस वाली याचिका को भी खारिज कर दिया था। इन सबके बीच अनिल अंबानी को यह राहत देने वाली खबर है।

    Reliance Infra के पक्ष में आया फैसला

    तीन सदस्यीय मध्यस्थता न्यायाधिकरण ने माना है कि अरावली पावर द्वारा अनुबंध की समाप्ति अवैध, अमान्य और गलत थी। गलत समाप्ति के कारण हुए नुकसान और लागत के लिए रिलायंस इन्फ्रा के दावों को आंशिक रूप से स्वीकार कर लिया।

    इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर को उसकी सहायक कंपनियों बीएसईएस यमुना पावर और बीएसईएस राजधानी पावर से 4 सालों वर्षों में रेगुलेटरी एसेट में करीब 21,413 करोड़ रुपये की वसूली करने की अनुमति दी थी।

     

    रिलायंस इन्फ्रा ने कहा कि इस पुरस्कार से प्राप्त राशि का उपयोग विकास पूंजी के लिए किया जाएगा। रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, बिजली, बुनियादी ढांचा, मेट्रो और सड़क परियोजनाओं के विकास के लिए इंजीनियरिंग और निर्माण सेवाएं प्रदान करने वाली एक प्रमुख कंपनी है।

    2018 का है पूरा मामला

    रिलायंस इंफ्रा ने 2018 में अरावली पावर कंपनी लिमिटेड द्वारा अनुबंध की गलत समाप्ति के खिलाफ मध्यस्थता का आह्वान किया था। इसी केस में उसके पक्ष मेें फैसला आया है। कंपनी ने कहा कि इस पुरस्कार से प्राप्त राशि का उपयोग रिलायंस इंफ्रा द्वारा पूंजी वृद्धि के लिए किया जाएगा। रिलायंस इन्फ्रा पर अनुबंध के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए, अरावली पावर ने 2018 में अनुबंध समाप्ति का नोटिस जारी किया और मध्यस्थता का आह्वान किया।

    रिलायंस इन्फ्रा के शेयरों में दिखेगी हलचल

    इस खबर से अब गुरुवार को रिलयांस इन्फ्रा के शेयरों में हलचल दिख सकती है। बुधवार को रिलायंस इन्फ्रा के शेयर BSE  पर -5.00% फीसदी गिरकर 257.55 रुपये के स्तर पर बंद हुए।

    "शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"

    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)

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