अदाणी समूह स्टॉक में आज जोरदार उछाल! अदाणी पावर नहीं इसने कराई सबसे ज्यादा कमाई, खरीदने की मची लूट
सेबी के हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों से अदाणी समूह को मुक्त करने के बाद अदाणी समूह के शेयरों में शुक्रवार को जोरदार तेजी दर्ज की गई। अदाणी पावर (adani power share price) अदाणी टोटल गैस और अदाणी एंटरप्राइजेज सहित कई शेयरों में सुबह से ही उछाल देखा गया। सेबी की जांच में समूह के खिलाफ कोई गड़बड़ी या उल्लंघन का सबूत नहीं मिला।

नई दिल्ली। अदाणी पावर (adani power share price), अदाणी टोटल गैस, अदाणी एंटरप्राइजेज ( adani enterprises share price) से लेकर adani ports share तक, अदाणी समूह के लगभग सभी शेयरों में शुक्रवार को तेजी देखने को मिली।
यह जोरदार तेजी भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के अदाणी समूह और उसके चेयरमैन गौतम अदाणी को अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों से मुक्त करने के बाद निवेशकों की बढ़ी दिलचस्पी के कारण आई।
अदाणी समूह के शेयरों में तेजी
शुक्रवार सुबह अदाणी समूह के लगभग सभी 10 शेयरों में तेजी देखी गई। सुबह 11 बजे बीएसई पर अदाणी ग्रुप का सबसे ज्यादा उछले वाला शेयर अदाणी टोटल गैस रहा। इसके बाद अदाणी पावर में भी 7 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिली। अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयर बीएसई पर 3.85% बढ़कर 2494.4 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे। पूरी लिस्ट नीचे देखें।
पावर जेनरेशन कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के शेयर बीएसई पर 3% बढ़कर 1008.75 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे, जिसका बाजार पूंजीकरण 1,60,734.14 करोड़ रुपये है।
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अदाणी समूह के शेयरों में तेजी का कारण?
अदाणी समूह के शेयरों में जोरदार तेजी से एक दिन पहले सेबी ने अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों में अदाणी समूह के शेयरों को क्लीन चिट दे दी थी।
अमेरिकी कंपनी ने अदाणी समूह पर वित्तीय कदाचार का आरोप लगाया था। 2021 में, हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट जारी की और दावा किया कि एडिकॉर्प एंटरप्राइजेज, माइलस्टोन ट्रेडलिंक्स और रेहवर इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी संस्थाओं का इस्तेमाल अदाणी समूह की कंपनियों के बीच धन के लेन-देन के लिए किया गया था।
सेबी ने इन दावों की गहन जांच की। बाजार नियामक को किसी भी तरह की गड़बड़ी या उल्लंघन का कोई सबूत नहीं मिला। दो अलग-अलग आदेशों में, सेबी ने कहा कि उस समय, असंबंधित पक्षों के साथ ऐसे लेनदेन को संबंधित पक्ष लेनदेन नहीं माना जाता था।
इसने निष्कर्ष निकाला कि संबंधित लेनदेन में कोई उल्लंघन नहीं हुआ था। उस समय, असंबंधित पक्षों के साथ लेन-देन को संबंधित पक्ष लेनदेन के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जाता था। यह वर्गीकरण केवल 2021 के संशोधन के बाद बदला गया।
नियामक ने यह भी पुष्टि की कि हिंडनबर्ग द्वारा उल्लिखित ऋणों का ब्याज सहित भुगतान कर दिया गया है। धन के दुरुपयोग या किसी भी धोखाधड़ी गतिविधि का कोई सबूत नहीं मिला है। परिणामस्वरूप, अदाणी समूह के खिलाफ सभी कार्यवाही रद्द कर दी गई है।
हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया था कि अदाणी समूह की चार कंपनियों ने 2020 में अपने वित्तीय विवरणों में उचित खुलासा किए बिना 6.2 अरब रुपये (87.4 मिलियन डॉलर) उधार दिए। हालांकि, सेबी के निष्कर्षों ने अब इन आरोपों को खारिज कर दिया है।
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(डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
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