रिटायरमेंट की कर रहे हैं प्लानिंग? फिक्स्ड रिटर्न के ये विकल्प आएंगे आपके काम, होगी अच्छी कमाई
Fixed Return Options Retirement Planning सही रिटायरमेंट प्लानिंग आज के समय में जरूरी हो गई है। आप हम अपनी इस रिपोर्ट में रिटायरमेंट के लिए फिक्स्ड रिटर्न के विकल्पों के बारे में बताने जा रहे हैं। (जागरण फाइल फोटो)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Fixed maturity plans (FMPs) कम रिस्क उठाने वाले निवेशकों के लिए रिटायरमेंट प्लानिंग का एक अच्छा विकल्प हो सकता है, लेकिन यह निवेशक के वित्तीय लक्ष्य, रिस्क उठाने की क्षमता और उसकी वित्तीय स्थिति पर निर्भर करता है।
क्या होता है Fixed Maturity Plan?
फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान को एफएमपी भी कहा जाता है। यह एक प्रकार का डेट म्यूचुअल फंड होता है। इसके फंड के पैसे को कमर्शियल पेपर और कॉरपोरेट बॉन्ड जैसी डेट सिक्योरिटीज में निवेश किया जाता है। इसमें मैच्योरिटी पीरियड फिक्स होता है, जो आमतौर पर 30 दिनों से लेकर 5 सालों तक का हो सकता है।
फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान में निवेश करने से पहले ये ध्यान रखने योग्य बातें
कम जोखिम
एफएमपी में पैसा डेट सिक्योरिटीज में ही निवेश किया जाता है, जिसकी मैच्योरिटी डेट पहले से ही तय होती है। इस वजह से आपको सही समय पर रिटर्न मिल जाता है। इस कारण रिटायरमेंट प्लानिंग में इसे शामिल किया जा सकता है।
मैच्योरिटी डेट
एफएमपी में मैच्योरिटी डेट पहले से ही तय होती है। इस कारण आप आसानी अपने रिटायरमेंट के मुताबिक प्लान का चयन कर सकते हैं।
लिक्विडिटी की कमी
अगर आपको किसी इमरजेंसी में फंड की आवश्यकता है, तो फिर आपको अपने निवेश को मैच्योरिटी से पहले बेचना होगा और आपको नुकसान हो सकता है।
ब्याज दर का जोखिम
एफएमपी में निवेश डेट सिक्योरिटीज में किया जाता है। अगर ब्याज दरों में बदलाव होता है, तो आपका रिटर्न पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
बैंक एफडी
पिछले कुछ समय में ब्याज दरों में काफी इजाफा हुआ है। इस कारण मौजूदा समय में बैंक औसत 7.00 प्रतिशत तक की ब्याज दर एफडी पर दे रहे हैं। ऐसे में रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए ये भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
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