Gold Investment के लिए ज्वैलरी के अलावा ये भी हैं बेस्ट ऑप्शन, शुद्धता की गांरटी के साथ चोरी की चिंता भी नहीं सताएगी
Gold Investment Tips देश में फिलहाल त्योहारी सीजन चल रहा है और एक के बाद एक त्योहार लाइन से आ रहे हैं। ऐसे में लोग खूब खरीदारी करते हैं। आज हम आपको इस त्योहारी सीजन में सोने में निवेश करने के अन्य तरीकों के बारे में भी बताएंगे जो सोने के गहनों में निवेश से आसान है और शुद्धता के मामले में भी बेहतर है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। Gold Investment Tips: देश में इस वक्त त्योहार का मौसम छाया हुआ है। नवरात्री और दशहरा के खत्म होने के बाद अब धनतेरस, दीपावली, भाई दूज, छठ महापर्व का आगमन होने वाला है। इस त्योहारी सीजन में लोग जमकर खरीदारी करते हैं।
इन खरीदारी में लोग धनतेरस के मौके पर सोना खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं। हालांकि सोना खरीदने का मतलब सिर्फ फिजिकल गोल्ड यानी सोने के गहने खरीदना ही नहीं होता है।
आज हम आपको इस त्योहारी सीजन सोने में निवेश करने के अन्य विकल्पों के बारे में भी बताने वाले है जिसमें आप इस त्योहारी सीजन निवेश कर सकते हैं जो सोने के गहने में निवेश करने से ज्यादा आसान है और शुद्धता के लिहाज से भी बेहतर है।
गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF)
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) किसी भी अन्य कंपनी के स्टॉक की तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर ट्रेड करते है जिसे बाजार कीमतों पर लगातार खरीदा और बेचा जा सकता है। गोल्ड ईटीएफ घरेलू फिजिकल गोल्ड की कीमत को ट्रैक करना है और ये सोने की कीमतों पर आधारित होते हैं।
गोल्ड फंड (Gold Fund)
गोल्ड फंड एक प्रकार के म्यूचुअल फंड हैं जिसमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सोने के भंडार में निवेश किया जाता है। इसमें आमतौर पर सोने का उत्पादन करने और वितरण करने वाले सिंडिकेट, फिजिकल सोने के स्टॉक और खनन कंपनियों के स्टॉक में निवेश किया जाता है।
फिजिकल गोल्ड में निवेश करने वाले गोल्ड फंड निवेशकों को कम कीमत पर शुद्ध सोना खरीदने की सुविधा प्रदान करते हैं। फिजिकल गोल्ड की तरह इसके चोरी होने की कोई संभावना नहीं है और आप इसे बाजार से जुड़ी कीमतों पर कभी भी बेच सकते हैं। यह फंड उन निवेशकों के लिए बहुत उपयुक्त है जो फिजिकल सोना खरीदे बिना सोने की बढ़ती कीमतों से लाभ उठाना चाहते हैं।
सॉवरेन गोल्ड बांड (एसजीबी)
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) फिजिकल गोल्ड में निवेश का एक अच्छा विक्लप है। यह बॉन्ड भारतीय रिजर्वर बैंक (आरबीआई) की ओर से जारी किए जाते हैं इसलिए इसमें गारंटी रिटर्न और कम जोखिम होता है। सरकार 2015 में एसजीबी लेकर आई थी जिसका उद्देश्य फिजिकल गोल्ड पर निर्भरता कम करना है।
ये भी पढ़ें: Gold Jewellery: फेस्टिव सीजन में ज्वैलरी खरीदने का है प्लान? जानिए कैसे कैलकुलेट की जाती है सोने के आभूषणों की कीमत
गोल्ड सेविंग स्कीम (Gold Savings Schemes)
गोल्ड सेविंग स्कीम प्रमुख ज्वैलर्स द्वारा पेश की जाती हैं। इन योजनाओं का प्राथमिक एजेंडा सोना खरीदना आसान और अधिक किफायती बनाना है। गोल्ड सेविंग योजनाएं आपको एक विशिष्ट अवधि के लिए किस्तों के रूप में हर महीने पैसे जमा करने की अनुमति देती हैं। कार्यकाल के अंत में, आप संबंधित जौहरी से कुल जमा के बराबर मूल्य पर सोना खरीद सकते हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।