स्वास्थ्य बीमा के जरिये मेडिकल टूरिज्म
भारतीय स्वास्थ्य उद्योग अब भारत में मजबूत आर्थिक प्रगति के साथ पूरी तरह बदल गया है। जेसीआइ एक्रेडिशन मिलने के बाद विदेशी मरीज भारतीय स्वास्थ्य उद्योग में गुणवत्ता व सुरक्षा को लेकर आश्वस्त हो गए हैं। कम लागत और बेड़ स्केल पर भारत में उपलब्ध कराई जा रही उपचार की विस्तृत रेंज इसे अन्य
भारतीय स्वास्थ्य उद्योग अब भारत में मजबूत आर्थिक प्रगति के साथ पूरी तरह बदल गया है। जेसीआइ एक्रेडिशन मिलने के बाद विदेशी मरीज भारतीय स्वास्थ्य उद्योग में गुणवत्ता व सुरक्षा को लेकर आश्वस्त हो गए हैं। कम लागत और बेड़ स्केल पर भारत में उपलब्ध कराई जा रही उपचार की विस्तृत रेंज इसे अन्य चिकित्सा स्थलों से अलग करती है।
स्वास्थ्य उद्योग को प्रोत्साहन देने के मामले में स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र ने बड़ी भूमिका निभाई है। स्वास्थ्य बीमा के सकल रिटेल प्रीमियम में जबरदस्त इजाफा हुआ है। यह 2011-12 में 13,212 करोड़ रुपये था, जो 2012-13 में 16 फीसद वृद्धि के साथ 15,341 करोड़ रुपये व 2013-14 में 19,000 करोड़ रुपये हो गया है। इसमें सालाना 18 फीसद की दर से वृद्धि हो रही है।
चिकित्सा पर्यटन भारत में एक बढ़ता क्षेत्र है। अन्य देशों के मुकाबले अभी भी भारत में इलाज कराना इतना सस्ता है कि ओपन हार्ट सर्जरी कराने पर कुवैत जैसे देश में अगर 24 लाख रुपये का खर्च आता है तो भारत में वह यात्रा खर्च समेत चार लाख रुपये में पड़ जाता है। एक व्यापक स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के साथ रोगियों को न
केवल यहां गुणवत्तापूर्वक स्वास्थ्य का आश्वासन मिलता है, बल्कि उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों में कैशलेस एडमिट भी कराता है।
चिकित्सा पर्यटन की अवधारणा में भारत एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है। उच्च गुणवत्ता व सस्ती स्वास्थ्य सेवा में रुचि रखने वालों को विशेष रूप से भारत आकर्षित करने लगा है। जटिल चिकित्सा उपचार व प्रक्रिया के मामले में भारत अनिवासी भारतीयों को उनके अपने देशों के मुकाबले स्वास्थ्य सेवा की कीमत के दसवें हिस्से में ही बेहतर हेल्थ केयर देता है।
डॉ. एस प्रकाश
एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, स्टार हेल्थ एंड एलायड इंश्योरेंस कंपनी
पढ़ें: टॉप-अप हेल्थ बीमा के फायदे