कैसे बढ़ाएं हेल्थ कवरेज
एक निजी कंपनी में एक्जीक्यूटिव राकेश ने अपना व पत्नी का पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा कराया था। लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं के लगातार महंगा होने से बाद में उन्हें लगा कि गंभीर बीमारी या एक्सीडेंट की स्थिति में यह राशि पर्याप्त नहीं होगी।
एक निजी कंपनी में एक्जीक्यूटिव राकेश ने अपना व पत्नी का पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा कराया था। लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं के लगातार महंगा होने से बाद में उन्हें लगा कि गंभीर बीमारी या एक्सीडेंट की स्थिति में यह राशि पर्याप्त नहीं होगी।
उनको इसका अहसास भी हुआ कि जैसे-जैसे उनकी उम्र बढ़ेगी, स्वास्थ्य सेवाएं और महंगी होती जाएंगी। ऐसी स्थिति में उनके पास यही रास्ता था कि वह अतिरिक्त बीमा पॉलिसी खरीदें। लेकिन उन्हें ऐसा करने की अब जरूरत नहीं है। अब स्वास्थ्य बीमा करने वाली कंपनियों के पास टॉप अप व सुपर टॉप अप जैसे विकल्प मौजूद हैं, जिनसे बीमा कवरेज को बढ़ाया जा सकता है।
मूल स्वास्थ्य बीमा पॉलिसीः
हेल्थ बीमा पॉलिसियां मूलत: अचानक होने वाली बीमारियों के खर्चों की पूर्ति करती हैं। इनके प्रीमियम मूल रूप से तीन बातों पर निर्भर करते हैं। बीमा कवर में शामिल सदस्यों की संख्या, उम्र और बीमा राशि। जितनी अधिक उम्र या बीमा राशि होगी, प्रीमियम उतना ही अधिक होगा। आमतौर पर ऐसी पॉलिसी या तो व्यक्तिगत तौर पर खरीदी जाती है या फिर कॉरपोरेट स्तर पर।
अपनी बीमा राशि बढ़ाएंः
अगर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को खरीदने के कुछ वर्षों बाद आपको ऐसा लगता है कि बीमा राशि आपकी जरूरतों को पूरा करने में पर्याप्त नहीं है तो आप या तो नई पॉलिसी खरीद सकते हैं जो महंगा सौदा साबित हो सकती है। या फिर आप टॉप अप या सुपर टॉप अप प्लान का विकल्प चुन सकते हैं।
कैसे काम करते हैं टॉप अप प्लानः
टॉप अप पॉलिसी में से मूल बीमा राशि को कम कर दिया जाता है। यानी अगर आप 15 लाख रुपये का टॉप अप प्लान लेते हैं और आपके पास पहले से पांच लाख रुपये का बीमा है तो आपको पांच लाख रुपये के ऊपर दस लाख रुपये का अतिरिक्त कवर मिलेगा। पांच लाख रुपये की डिडक्टेबल राशि होगी। यही राशि इन टॉप अप प्लान को सस्ता बनाती है। लेकिन टॉप अप पॉलिसी में प्रत्येक दावे को स्वतंत्र स्वरूप में देखा जाता है।
इसे ऐसे समझें कि अगर आप एक साल में दो लाख, चार लाख, तीन लाख और छह लाख रुपये के चार दावे लेते हैं तो टॉप अप पॉलिसी में आपको केवल एक लाख रुपये का रिम्बर्समेंट (प्रतिपूर्ति) मिलेगा। ऐसी स्थिति में ही आपकी मदद में सुपर टॉप अप पॉलिसी आती है। अगर आप सामान्य हेल्थ कवर के साथ सुपर टॉप अप प्लान लेते हैं तो आप एक साल में लिए गए सभी क्लेम का पूरा भुगतान वापस ले सकेंगे। दरअसल सुपर टॉप अप प्लान को इसी तरह डिजाइन किया गया है जिससे आपको बीमारी पर होने वाले खर्च का पूरा भुगतान हो सके। इनमें प्रीमियम भी दूसरों के मुकाबले कम आता है।
नवीन कुकरेजा
सीईओ, को-फाउंडर
पॉलिसी बाजार डॉट कॉम
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