2025 में सोने ने दिया 80% रिटर्न, 2026 में कहां जाएंगी कीमतें, क्या गिर सकता है भाव? 5 बड़े सवालों के जवाब
कमोडिटी मार्केट के एक्सपर्ट अजय केडिया ने सोने में तेजी और मंदी से जुड़े 5 अहम सवालों के जवाब दिए हैं। उन्होंने बताया कि 2025 के बाद अब साल 2026 में ग ...और पढ़ें
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नई दिल्ली। रिटर्न के लिहाज से साल 2025 (Gold Price Target 2025) सोने के लिए बेहद शुभ रहा, क्योंकि इस कीमती धातु ने 46 वर्ष बाद किसी एक साल में करीब 80 फीसदी का रिटर्न दिया है। गोल्ड के भाव में यह बड़ी तेजी 1979 के बाद देखने को मिली है। खैर, ये तो रही 2025 की बात, अब सवाल है कि क्या 2026 में भी सोने की कीमतों में तेजी जारी रहेगी, और अगर हां, तो गोल्ड अगले साल कितना रिटर्न दे सकता है? सोने से जुड़े इन तमाम सवालों का जवाब दिया है, केडिया एडवाइजरी के फाउंडर अजय केडिया ने
आइये आपको बताते हैं कि 2026 में सोने में कितनी तेजी आ सकती है और इसका भाव किन स्तरों तक जा सकता है।
2025 में गोल्ड में क्यों आई बड़ी तेजी?
केडिया एडवाइजरी के फाउंडर, अजय केडिया ने बताया कि सोने की कीमतों में साल 1979 के बाद एक साल के अंदर करीब 80 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। इसके एक नहीं कई कारण हैं। दरअसल, 2020 के बाद एक के बाद एक कई परेशानियों ने गोल्ड में तेजी को लगातार बढ़ावा दिया।
इन कारणों में कोविड महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध, डी डॉलराइजेश, सेंट्रल बैंक की गोल्ड बायिंग, यूस फेड रेट कट, शेयर मार्केट का नहीं चलना और मंदी का खतरा शामिल रहा। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब जियो पॉलिटिकल तनाव के अलावा एक साथ इतने कारण सामने आए।
क्या 2026 में बढ़ेंगी गोल्ड की कीमतें?
क्या 2026 में भी, 2025 की तरह सोने में तेजी देखने को मिलेगी, इस सवाल के जवाब में अजय केडिया ने कहा, "नहीं, ऐसा संभव नहीं है क्योंकि साल 2025 में सोने में जिन बड़े कारणों से तेजी आई है वे अब मैच्योर होने लगे हैं या होंगे।"
2026 में सोने में निवेश पर कितना रिटर्न मिलेगा?
अजय केडिया ने कहा कि 2026 में सोना औसत 12 से 15 फीसदी रिटर्न देगा। अगले साल सोने की कीमतें अधिकतम 4850 डॉलर प्रति औंस (165000 रुपये), डाउन साइड 3800 डॉलर प्रति औंस (118000 रुपये) तक जा सकती हैं।
क्या 2026 में सोने में आएगी बड़ी गिरावट?
अजय केडिया की मानें तो साल 2026 में सोने के भाव में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है, क्योंकि लगातार तेजी के बाद इसमें प्रॉफिट बुकिंग ड्यू है। इससे पहले अक्टूबर में गोल्ड 13 फीसदी तक टूट गया था। चूकिं, गोल्ड में डाउन साइड रिस्क $3800 प्रति औंस है इसलिए सोना 118000 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर तक पहुंच सकता है।
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2026 में सोने में गिरावट की वजह क्या होंगी?
चूंकि, सोने में तेजी की तमाम वजहें, 2026 में मैच्योर हो सकती हैं। इनमें रूस-यूक्रेन वॉर के जल्द खत्म होने के आसार हैं। वहीं, डॉलर की कीमतों में अब स्थिरता देखने को मिल सकती है। वहीं, गोल्ड ईटीफ में खरीदारी करने वाले निवेशक, अन्य एसेट क्लास में पैसा ला सकते हैं।

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