क्या गिरने वाला है सोने का भाव, ₹107000 की कीमत पर सोना खरीदने से क्यों हिचक रहा RBI? एक्सपर्ट ने बताई वजह
RBI समेत दुनियाभर के सेंट्रल बैंक सोने के सबसे बड़े खरीदार रहे हैं। लेकिन अब उन्होंने गोल्ड की खरीदारी धीमी कर दी है। सेंट्रल बैंकों ने जुलाई के महीने में उन्होंने जितना सोना खरीदा है वह जुलाई 2024 की तुलना में 70 फीसदी कम है। एक्सपर्ट का मानना है कि सोना रिकॉर्ड हाई पर है और जियो-पॉलिटिकल टेंशन भी चरम पर है इसलिए केंद्रीय बैंक खरीदारी से हिचक रहे हैं।

नई दिल्ली। 99 कैरेट के सोने का भाव (Gold Price in Delhi) 1 लाख 7 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपर ट्रेड कर रहा है। पिछले कुछ सालों में गोल्ड प्राइस बड़ी तेजी से ऊपर गए हैं। ऐसे में सोने की खरीदारी को लेकर लोग थोड़ी सतर्कता बरत रहे हैं और चाहते हैं कि इस कीमती धातु के दाम में कमी आए तो खरीदी की जाए। आम आदमी के साथ-साथ आरबीआई (RBI Gold Buying) और दुनिया के कई सेंट्रल बैंकों ने भी गोल्ड की खरीदारी कम कर दी है। दरअसल, जियो-पॉलिटिकल टेंशन से जुड़ी अनिश्चितताओं और इसके चलते सोने की कीमतों में आए उछाल को लेकर इन केंद्रीय बैंकों ने सोने की खरीदारी धीमी की है।
इससे पहले आरबीआई समेत दुनिया के कई सेंट्रल बैंकों ने पिछले कुछ सालों में सोने की जमकर खरीदारी की। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा, "ग्लोबल सेंट्रल बैंकों द्वारा जारी आंकड़ों के आधार पर जुलाई में उन्होंने नेट 10 टन सोना खरीदा है।"
जुलाई में कम खरीदारी
सेंट्रल बैंकों के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई के महीने में उन्होंने जितना सोना खरीदा है वह जुलाई 2024 की तुलना में 70 फीसदी कम है। साल 2025 की पहली तिमाही में केंद्रीय बैंकों ने 123 टन सोना खरीद लिया है जो पिछले साल की समान अवधि में खरीदे गए 130 टन गोल्ड से कम है। आरबीआई ने 2024 की जून तिमाही में
सोना खरीदने से क्यों हिचक रहे केंद्रीय बैंक?
ईटी की एक रिपोर्ट में केनरा बैंक के चीफ इकोनॉमिस्ट, जी माधवनकुट्टी ने कहा, "दुनिया में चल रहे भू-राजनीतिक तनावों में अगर कमी आती है तो सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है। ऐसे में केंद्रीय बैंकों को गोल्ड रिजर्व बढ़ाने के लिए खरीदारी के बेहतर अवसर मिलेंगे।"
जी माधवनकुट्टी ने यह भी कहा कि दुनिया के अन्य केंद्रीय बैंकों की तरह भारतीय रिजर्व बैंक भी यह पैटर्न फॉलो कर रहा है। आरबीआई ने गोल्ड होल्डिंग बढ़ाई है लेकिन अब जियो-पॉलिटिकल टेंशन के मोर्चे पर नए डेवलपमेंट्स का इंतजार कर रहा है।
जी माधवनकुट्टी की मानें तो सोना रिकॉर्ड हाई पर है और जियो-पॉलिटिकल टेंशन भी चरम पर है इसलिए केंद्रीय बैंक नई खरीदारी करने से हिचक रहे हैं। उन्होंने कहा, "अगर भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील होती है तो गोल्ड के भाव में गिरावट देखने को मिल सकती है।"
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