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    खुशखबरी! धनतेरस की रात में सोने की कीमत में आई जोरदार गिरावट, क्या यह खरीदारी का सही मौका है?

    Updated: Sat, 18 Oct 2025 09:30 PM (IST)

    शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमतें 2,400 रुपये गिरकर 1,32,400 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गईं। धनतेरस पर आभूषणों की दुकानों पर भारी भीड़ रही। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 99.9% शुद्धता वाला सोना 1,34,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। चांदी की कीमतें भी 7,000 रुपये गिरकर 1,70,000 रुपये प्रति किलोग्राम हो गईं। उपभोक्ताओं की चांदी में मांग बढ़ी है।

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    नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर से नीचे गिरकर 2,400 रुपये की गिरावट के साथ 1,32,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गयीं। हालांकि, दिवाली त्योहार की शुरुआत के साथ धनतेरस पर देशभर में आभूषण दुकानों पर खरीदारों की भारी भीड़ उमड़ी। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाली यह बहुमूल्य धातु शुक्रवार को 3,200 रुपये की तेजी के साथ 1,34,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी।

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    स्थानीय सर्राफा बाजार में 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत में भी भारी गिरावट देखी गई और यह 2,400 रुपये की गिरावट के साथ 1,31,800 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) पर आ गया। पिछले सत्र में यह 1,34,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू गया था। पिछले साल 29 अक्टूबर 2024 को मनाए गए धनतेरस पर 24 कैरेट सोने की कीमत 81,400 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो इस बार बढ़कर 1,32,400 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है।

    यानी एक साल में इसकी कीमत में 51,000 रुपये अथवा 62.65 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है।" लगातार दूसरे दिन गिरावट जारी रखते हुए चांदी की कीमतें शनिवार को 7,000 रुपये गिरकर 1,70,000 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) पर आ गईं। शुक्रवार को चांदी 1,77,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। चांदी की कीमतें पिछले धनतेरस पर दर्ज 99,700 रुपये प्रति किलोग्राम से 70,300 रुपये या 70.51 प्रतिशत बढ़ गई हैं। व्यापारियों ने कहा कि सर्राफा कीमतों में गिरावट का कारण कमजोर वैश्विक संकेत हैं, क्योंकि निवेशकों ने भारी तेजी के बाद मुनाफावसूली की।

    कामा ज्वेलरी के प्रबंध निदेशक कोलिन शाह ने कहा, ‘‘धनतेरस के त्योहार ने अपनी पारंपरिक चमक इस बार भी बरकरार रखी। सोने की रिकॉर्ड ऊंची कीमतों, अनुकूल आर्थिक माहौल और जीएसटी सुधारों के बावजूद उपभोक्ताओं ने निवेश में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और बाजार से जोरदार प्रतिक्रिया देखने को मिली।’’

    उच्च कीमतों के बावजूद धनतेरस के शुभ अवसर पर उपभोक्ताओं की चांदी में मांग ने सोने को पीछे छोड़ दिया। चांदी के सिक्कों की बिक्री में सालाना आधार 35 से 40 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि कुल मूल्य दोगुना से अधिक रहा। वहीं, ज्वेलरी संगठन को सोने की बिक्री में मात्रा के लिहाज से लगभग 15 प्रतिशत की गिरावट की आशंका है।

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    अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) के अध्यक्ष राजेश रोकड़े के अनुसार, "धनतेरस 2025 में पिछले वर्ष की तुलना में कुल बिक्री में 10-15 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है, लेकिन मूल्य में तेज़ी से वृद्धि हुई है... हमें उम्मीद है कि त्योहारी बिक्री 50,000 करोड़ रुपये को पार कर जाएगी।" उन्होंने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, "उच्च कीमतों के बावजूद, रणनीतिक खरीदारी के कारण माहौल उत्साहजनक बना हुआ है। चांदी के सिक्कों और पूजा सामग्री की कीमतों में सालाना आधार पर 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।"