जागो निवेशक जागो! Making Charges के अलावा आपके नाक के नीचे से लिए जाते हैं कई तरह के चार्ज, जानकर रह जाओगे दंग
धनतेरस आने में बस दो दिनों का वक्त है। धनतेरस के शुभ अवसर पर लोग जमकर सोना और चांदी में निवेश करते हैं। इस दिन सोना (Gold Price) और चांदी खरीदना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि सोना या चांदी खरीदने से निवेशकों को धन की प्राप्ति होती है।

धनतेरस आने में बस दो दिनों का वक्त है। धनतेरस के शुभ अवसर पर लोग जमकर सोना और चांदी में निवेश करते हैं। इस दिन सोना और चांदी खरीदना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि सोना या चांदी खरीदने से निवेशकों को धन की प्राप्ति होती है।
अगर आप भी इस धनतेरस या दिवाली में गोल्ड ज्वेलरी खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो ये लेख आपके लिए बड़े काम का हो सकता है। अक्सर हम जब भी ज्वेलरी खरीदने जाते हैं, तो केवल मेकिंग चार्ज पर ही ध्यान देते हैं।
लेकिन ज्वैलर द्वारा मेकिंग चार्ज के अलावा कई तरह और चार्जिज लिए जाते हैं। इन चार्जिज अक्सर आम आदमी बेखबर रहता है। आइए अब जानते हैं कि मेकिंग चार्ज के अलावा ज्वैलर आपसे और कौन-कौन से चार्ज लेता है?
कौन-कौन से लिए जाते हैं चार्ज?
वेस्टिंग चार्ज- जब भी ज्वेलरी बनती है, तो कुछ फीसदी सोना उसे बनाने में खराब हो जाता है। इसी को लेकर आपकी जेब से वेस्टिंग चार्ज लिया जाता है। मेकिंग प्रोसेस में जैसे सोना काटते वक्त, पिघलाते वक्त कुछ फीसदी सोना वेस्ट हो जाता है।
ओवरचार्ज से कैसे बचें?
आपको ये ध्यान रखना है कि जब भी कोई ज्वेलरी खरीद रहे हैं, तो सभी तरह के चार्ज के बारे में पहले से ही पूछ लें।
इसके साथ हीं उन चार्जिज को शामिल कर, बाकी ज्वैलर से फाइनल कीमत की तुलना करें।
ये भी ध्यान रखें कि मेकिंग चार्ज में भी 5 फीसदी टैक्स लगाया जाता है।
इसके साथ ही हर दुकानदार से खरीदने से पहले फाइनल कीमत जरूर पूछें।
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