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    नारियल तेल बना 'लग्ज़री', जहां सबसे ज्यादा प्रोडक्शन, वहीं ₹500 तक पहुंची कीमत; जानें क्यों बढ़ रहे दाम?

    Updated: Tue, 08 Jul 2025 11:49 PM (IST)

    Coconut oil price hike केरल में सूखे नारियल की कमी और दक्षिण-पूर्व एशिया में खराब उत्पादन की वजह से नारियल तेल की कीमतों में तेजी से उछाल आया है। इसके अलावा कर्नाटक और तमिलनाडु में नारियल की फसलें प्रभावित हुई हैं। केरल में नारियल तेल का प्रोडक्शन सबसे ज्यादा होता है फिर भी वहां तेल 450 से 500 रुपए लीटर तक बिक रहा है।

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    ओणम या सितंबर तक 600 रुपए लीटर तक जा सकती है कीमत>

    नई दिल्ली|  Coconut oil price hike : नारियल की खेती के मामले में केरल भले ही तीसरे नंबर पर हो, लेकिन नारियल तेल प्रोडक्शन (Coconut oil production) के मामले में वह नंबर वन है। यहां हर साल करीब 3 लाख टन नारियल तेल का प्रोडक्शन होता है, जो देश में सबसे ज्यादा है। फिरभी वहां नारियल तेल 'लग्जरी' बनता जा रहा है। केरल में एक लीटर नारियल तेल की कीमत 450 से 500 रुपए तक पहुंच गई है। और खबर है कि सितंबर तक यह 600 रुपए तक पहुंच सकती है। ऐसे में माना जा रहा है कि देशभर में नारियल तेल के दाम बढ़ सकते हैं। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर क्यों बढ़ रहे हैं नारियल तेल के दाम?

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    नारियल पानी की बढ़ी डिमांड ने बढ़ाई कीमतें?

    केरल सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी सप्लाईको (Supplyco) की रिपोर्ट के मुताबिक, सूखे नारियल की कमी और दक्षिण-पूर्व एशिया में खराब उत्पादन की वजह से नारियल तेल की कीमतों में तेजी से उछाल आया है। इसके अलावा कर्नाटक और तमिलनाडु में नारियल की फसलें प्रभावित हुई हैं। यहां सूखा और टेंडर नारियल (नारियल पानी) की बढ़ती मांग ने उत्पादन घटा दिया है। कच्चे माल की कीमतों में 40-50% की बढ़ोतरी हुई है और इसी के चलते FMCG की बड़ी कंपनियों ने पिछले एक साल में लगभग 30-40% तक कीमतें बढ़ा दी हैं।

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    कौन-कौन होगा प्रभावित?

    नारियल तेल की बढ़ती कीमतों का असर आम परिवारों से लेकर होटल, रेस्टोरेंट, किसान और इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट पर भी पड़ेगा। केटरिंग और होटल चलाने वालों का कहना है कि बढ़ी कीमतों के कारण नारियल तेल का इस्तेमाल कर दिया है। जबकि आम परिवारों तेल के साथ-साथ नारियल के दूध का इस्तेमाल भी कम कर दिया है। नारियल का प्रोडक्शन काफी घटा है, क्योंकि बढ़ते उर्वरक और मेहनत खर्चों की वजह से खेती कमजोर हो गई है। किसानों का कहना है कि फर्टिलाइज़र महंगा है और सूखे नारियल की कीमत कम मिलने खेती कम कर रहे हैं। 

    राहत की क्या उम्मीद?

    एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर प्रोडक्शन कम होता रहा तो तेल की कीमतें आसमान छू सकती हैं। हालांकि, केरल सरकार की सहायता संस्था सप्लाईको पॉम आयल के विकल्प के रूप में लोगों को राहत देने की तैयारी की है। 

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    कर्नाटक में सबसे ज्यादा पैदावार, लेकिन...

    कर्नाटक देश में सबसे ज्यादा नारियल पैदा करने वाला राज्य है। तमिलनाडु दूसरे और केरल तीसरे पायदान पर है। लेकिन केरल में नारियल की प्रोसेसिंग यूनिट्स ज्यादा हैं। जिसके चलते दोनों राज्यों का नारियल भी केरल आता है। और इसी के चलते केरल में सबसे ज्यादा नारियल तेल का प्रोडक्शन होता है। दुनिया में सबसे ज्यादा नारियल की पैदावार इंडोनेशिया में होती है। दूसरे नंबर पर फिलीपींस है और भारत तीसरे नंबर पर है।