कौन हैं रोचन संकर, जिनके लिए Nvidia ने झोंक दिए ₹8000 करोड़? उनकी पूरी टीम ही हायर कर ली!
Nvidia ने 8000 करोड़ रुपए खर्च करके भारतीय मूल के रोचन संकर (Who is Rochan Sankar) के साथ उनकी पूरी टीम को हायर किया है। साथ ही उनकी टेक्नोलॉजी का लाइसेंस भी ले लिया। रोचन एआई हार्डवेयर स्टार्टअप एनफेब्रिका (Enfabrica) नाम के स्टार्टअप के सीईओ (CEO) थे। जिसने AI की दुनिया की सबसे बड़ी चुनौती एक साथ हजारों चिप्स को जोड़कर सुपरकंप्यूटर की तरह काम कराने का समाधान खोजा है।

नई दिल्ली| दुनिया की सबसे बड़ी एआई चिप कंपनी Nvidia ने एक ऐसा कदम उठाया, जिसने टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री को चौंकाकर रख दिया है। कंपनी ने करीब 900 मिलियन डॉलर (NVIDIA AI investment) यानी 8000 करोड़ रुपए खर्च करके भारतीय मूल के टेक लीडर रोचन संकर (Who is Rochan Sankar) को हायर किया है।
रोचन संकर सिलिकॉन वैली स्थित एआई हार्डवेयर स्टार्टअप एनफेब्रिका (Enfabrica acquisition) नाम के स्टार्टअप के सीईओ (CEO) थे, जिसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सबसे मुश्किल चुनौती का हल खोज निकाला है।
उनके स्टार्टअप ने AI की दुनिया की सबसे बड़ी चुनौती 'एक साथ हजारों चिप्स को जोड़कर सुपरकंप्यूटर की तरह काम कराने' का समाधान खोजा है। उनका यह इनोवेशन इतना खास है कि Nvidia जैसी दिग्गज कंपनी प्रभावित हो गई और रोचन के साथ-साथ उनकी पूरी टीम को भी हायर कर लिया। साथ ही, कंपनी की टेक्नोलॉजी का लाइसेंस भी ले लिया।
Nvidia के लिए क्यों अहम हैं रोचन?
दरअसल, AI मॉडल्स को ट्रेन करने के लिए हजारों-लाखों चिप्स की जरूरत होती है। लेकिन अगर नेटवर्क स्लो हो तो महंगे चिप्स बेकार बैठे रहते हैं। Enfabrica की तकनीक 1 लाख तक एआई चिप्स को एक साथ जोड़ सकती है, बिना नेटवर्क स्लो हुए। यही वजह है कि Nvidia ने रोचन संकर और उनकी टीम को अपने साथ जोड़ा है। दावा है कि रोचन संकर के जिसके बाद एनवीडिया ने उन्हें अपनी टीम से जोड़ा है।
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कौन हैं रोचन संकर? (Who is Rochan Sankar)
भारतीय मूल के रोचन संकर Enfabrica के फाउंडर, प्रेसिडेंट और सीईओ थे। Enfabrica शुरू करने से पहले वे Broadcom में सीनियर डायरेक्टर रहे, जहां उन्होंने डेटा सेंटर ईथरनेट स्विच सिलिकॉन बिजनेस को लीड किया। यहीं उन्होंने Tomahawk और Trident जैसे कई चिप जनरेशन बाजार में उतारे और 25G ईथरनेट व व्हाइटबॉक्स नेटवर्किंग जैसे इंडस्ट्री इकोसिस्टम बनाने में अहम भूमिका निभाई।
रोचन के नाम दर्ज हैं 6 पेटेंट
वे कई स्टार्टअप और पब्लिक सेमीकंडक्टर कंपनियों में प्रोडक्ट मैनेजमेंट, चिप आर्किटेक्चर और इंजीनियरिंग की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। रोचन संकर ने यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री और वॉर्टन स्कूल से एमबीए किया है। उनके नाम पर अब तक 6 पेटेंट दर्ज हैं। यही वजह है कि आज टेक्नोलॉजी दुनिया में उनका नाम तेजी से सुर्खियों में है।
बड़ी कंपनियों का ट्रेंड
एनवीडिया का यह कदम Meta और Google जैसे दिग्गजों की हाल की डील्स जैसा है। Meta ने कुछ महीने पहले Scale AI में बड़ी हिस्सेदारी ली और Google ने भी AI स्टार्टअप से टैलेंट हायर किए।
भारतीयों के लिए गौरव की बात
रोचन संकर की यह उपलब्धि भारत के लिए भी गौरव की बात है। एक भारतीय मूल के टेक्नोलॉजी लीडर ने दुनिया की सबसे बड़ी एआई चिप कंपनी को अपनी इनोवेशन से प्रभावित कर दिया है। Nvidia का यह दांव आने वाले समय में एआई सेक्टर की दिशा और रफ्तार दोनों तय कर सकता है।
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