कब आएगी FMCG शेयरों में तेजी, सरकार और RBI ने पूरी की ये बड़ी मांग, एक्सपर्ट्स ने कहा 56000 के लेवल पर रखें नजर
FMCG Sector Recovery देश का एफएमसीजी सेक्टर पिछले कुछ महीने से डिमांड में कमी और बढ़ती महंगाई जैसे अहम कारणों से सुस्त है। हालांकि अब महंगाई नियंत्रण में है और सरकार खपत को बढ़ावा देने के लिए अहम कदम उठा चुकी है। ऐसे में आने वाले समय में इस सेक्टर में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है।

नई दिल्ली। देश के एफएमसीजी (FMCG) सेक्टर में पिछले साल सितंबर से बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इसकी बड़ी वजह बढ़ती महंगाई और उपभोक्ता खपत में कमी को बताया गया। इसके चलते एफएमसीजी सेक्टर की कंपनियों जैसे- आईटीसी, हिंदुस्तान यूनीलिवर, ब्रिटानिया, मैरिको, नेस्ले इंडिया और टाटा कंज्यूमर समेत अन्य शेयरों में लगातार गिरावट हावी रही. एफएमसीजी कंपनीज, महंगाई के कारण हायर इनपुट कॉस्ट का भी सामना कर रही थीं। हालांकि, अब महंगाई दर बड़ी गिरावट के बाद 4 फीसदी से नीचे है, साथ ही शहरी और ग्रामाीण क्षेत्रों में डिमांड में सुधार देखने को मिल रहा है।
इसके अलावा, बजट में 12 लाख रुपये की आय को कर मुक्त करने और RBI द्वारा लगातार ब्याज दरों में दो कटौती करने से कंजप्शन को बढ़ावा मिलेगा, जो एफएमसीजी सेक्टर में डिमांड रिकवरी के लिए काफी अहम है। देश के दिग्गज ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में रिसर्च एनालिस्ट दिव्या अग्रवाल ने एफएमसीजी सेक्टर को लेकर अहम फैक्टर के बारे में बताया, जो इस सेक्टर की चाल को निर्धारित करेंगे।
कंज्यूमर मार्केट में दिख रहा सुधार
दिव्या अग्रवाल ने कहा, यद्यपि उपभोक्ता क्षेत्रों में मंदी बनी हुई है, लेकिन आयकर लाभ, ब्याज दर में कटौती, तथा खुदरा मुद्रास्फीति में कमी और अन्य मोर्चों पर सुधार होने से डिमांड में धीरे-धीरे सुधार होने की उम्मीद है। दिव्या अग्रवाल ने कहा, "वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में ग्रामीण मांग में धीरे-धीरे सुधार हुआ, जबकि शहरी मांग में कमी रही। यह प्रवृत्ति नीलसन के आंकड़ों में भी दिखाई दी, जिसमें ग्रामीण विकास 8.4% रहा, जबकि शहरी विकास 2.6% रहा। भविष्य को देखते हुए, हम ग्रामीण और शहरी दोनों बाजारों में मांग में सुधार के साथ वॉल्यूम वृद्धि में स्थिर सुधार की उम्मीद करते हैं।
ग्रामीण डिमांड में बढ़ोतरी की संभावना
ग्रामीण-केंद्रित FMCG कंपनियों को औसत से बेहतर मानसून पूर्वानुमान से लाभ मिलने की उम्मीद है, जिससे ग्रामीण मांग में वृद्धि होने की संभावना है। हालाँकि, मानसून के जल्दी आने से 1QFY26 में कार्बोनेटेड ड्रिंक्स और टैल्कम पाउडर जैसे गर्मियों में ज़्यादा बिकने वाले उत्पादों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
अधिकांश कंज्यूमर कंपनियों ने बढ़ते लागत मूल्य की भरपाई, अपने प्रोडक्ट्स की कीमतों में बढ़ोतरी करके पूरी कर ली है। ऐसे में आने वाली तिमाहियों में इन कंपनियों के रेवेन्यू वृद्धि देखने को मिलेगी।
FMCG सेक्टर के लिए अहम टेक्निकल लेवल
आनंद राठी इन्वेस्टमेंट सर्विसेज में इक्विटी रिसर्च में सीनियर मैनेजर, जिगर एस पटेल ने कहा, "वर्तमान में, FMCG इंडेक्स 54,350 के महत्वपूर्ण सपोर्ट ज़ोन के ऊपर कारोबार कर रहा है। अगर यह डेली चार्ट पर 55,000 के ऊपर बंद होता है तो एफएमसीजी शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है, और इंडेक्स 56,000 की ओर बढ़ सकता है।
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