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    चीन पर 100% टैरिफ की आशंका हुई खत्म? ट्रंप-चिनफिंग की मुलाकात से पहले बनी ये खास सहमति

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 06:44 PM (IST)

    अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध (US-China trade war) में राहत की खबर है। दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण समझौते पर सहमति बनी है, जिससे अमेरिका द्वारा चीन पर लगाए जाने वाले 100% टैरिफ को रोका (trade agreement) जा सकेगा। इस समझौते में अमेरिकी सोयाबीन और कृषि उत्पादों की खरीद, फेंटानिल संकट से निपटने के उपाय, और दुर्लभ खनिजों (rare earth metals) के निर्यात नियंत्रण पर अस्थायी रोक शामिल है।

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    नई दिल्ली। अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर (US-China trade war) पर अब एक राहत भरी खबर आई है। अमेरिका के ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने रविवार को बताया कि वॉशिंगटन और बीजिंग के बीच एक "बहुत अहम फ्रेमवर्क" पर सहमति बन गई है, जिससे अमेरिका की तरफ से चीन पर लगाए जाने वाले 100% टैरिफ (आयात शुल्क) को रोका जा सकेगा।

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    यह बातचीत मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में हुई, जहां दोनों देशों के बड़े आर्थिक अधिकारी आसियान (ASEAN) सम्मेलन के दौरान मिले। ये मीटिंग अगले हफ्ते होने वाली डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग की मुलाकात से पहले हुई है।

    क्या हुआ समझौता?

    बेसेंट ने NBC के प्रेस मीट में कहा कि यह फ्रेमवर्क अब दोनों देशों को ज़्यादा संतुलित व्यापार पर बातचीत करने का मौका देगा। जिसमें चीन के अमेरिकी सोयाबीन और कृषि उत्पादों की खरीद, फेंटानिल संकट (नशीली दवाओं की समस्या) से निपटने के उपाय और सबसे अहम चीन के रेयर अर्थ मेटल्स (दुर्लभ खनिजों) के एक्सपोर्ट कंट्रोल्स पर अस्थायी रोक शामिल है।

    बेसेंट ने साफ कहा, ''मुझे नहीं लगता कि अब 100% टैरिफ लगेंगे। साथ ही उम्मीद है कि चीन अपने रेयर अर्थ्स एक्सपोर्ट कंट्रोल्स को कुछ समय के लिए टाल देगा।''

    कौन-कौन शामिल था बातचीत में?

    दोनों देशों की तरफ से बड़े नाम इस बातचीत में अमेरिका से ट्रेज़री सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट और यू.एस. ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव जेमिसन ग्रीयर, चीन से वाइस प्रीमियर हे लीफेंग और शीर्ष व्यापार वार्ताकार ली चेंगगांग मौजूद थे।

    ली ने बताया कि दोनों देशों ने कई मुद्दों पर प्रारंभिक सहमति हासिल कर ली है, जिसमें ट्रेड ट्रूस (अस्थायी व्यापार समझौता), फेंटानिल, और एक्सपोर्ट कंट्रोल्स जैसे मुद्दे शामिल हैं।

    पिछले कुछ हफ्तों में बढ़ी थी तनातनी

    दरअसल, ट्रंप ने हाल ही में धमकी दी थी कि अगर चीन ने अपने रेयर अर्थ मैग्नेट्स और मिनरल्स पर एक्सपोर्ट कंट्रोल्स नहीं हटाए, तो अमेरिका 1 नवंबर से 100% टैरिफ लगा देगा। दोनों देशों ने मई में जो ट्रेड ट्रूस (यानी युद्धविराम जैसा समझौता) किया था, वह 10 नवंबर को खत्म होने वाला है। अब संभावना है कि इस फ्रेमवर्क के तहत इसे फिर से बढ़ाया जा सकता है।

    ट्रंप बोले- मुझे भरोसा है, डील होगी

    ट्रंप खुद भी मलेशिया पहुंचे हैं और उन्होंने पत्रकारों से कहा, ''मुझे लगता है, हम चीन के साथ एक समझौते तक पहुंच जाएंगे।''


    उन्होंने यह भी इशारा किया कि शी जिनपिंग के साथ आगे चीन और अमेरिका दोनों जगहों पर बैठकों की योजना बन सकती है।

    कौन से मुद्दे रहेंगे ट्रंप-शी मीटिंग के एजेंडे में?

    1. चीन के अमेरिकी सोयाबीन और अन्य कृषि उत्पादों की खरीद बढ़ाना


    2. ताइवान से जुड़ा तनाव


    3. हांगकांग के मीडिया टायकून जिमी लाई की रिहाई का मुद्दा


    4. अमेरिका का रूस के साथ बढ़ते तनाव में चीन की भूमिका

     

    रेयर अर्थ मिनरल्स को लेकर शुरू हुआ ट्रेड वॉर

    अमेरिका और चीन दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं और दोनों के बीच का वार्षिक व्यापार करीब $660 अरब डॉलर का है। लेकिन हाल के महीनों में दोनों देशों के बीच टैरिफ, एक्सपोर्ट कंट्रोल्स और प्रतिबंधों की झड़ी लग गई थी। खासकर रेयर अर्थ मिनरल्स (जो मोबाइल, लैपटॉप, और जेट इंजन जैसी तकनीकों में इस्तेमाल होते हैं) को लेकर विवाद ने स्थिति को और गंभीर बना दिया था। अब कुआलालंपुर में हुई बातचीत से उम्मीद जगी है कि यह तनाव कम करने का रास्ता खोल सकती है।

     

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