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    'मंदी की कगार पर अमेरिका', रेटिंग एजेंसी मूडीज ने जारी की चेतावनी; अब क्या करेंगे ट्रंप?

    Updated: Wed, 03 Sep 2025 07:06 PM (IST)

    मूडीज के मुख्य अर्थशास्त्री मार्क जांडी ने कहा है कि अमेरिकी राज्य मंदी की कगार पर हैं। GDP में एक तिहाई हिस्सेदारी वाले राज्य या तो मंदी की चपेट में हैं या उसके मुहाने पर खड़े हैं। आवश्यक चीजों की कीमतें बढ़ेंगी और भोजन सामान व परिवहन से जुड़े उद्योगों में रोजगार का संकट होगा। वाशिंगटन मेट्रोपॉलिटन में मंदी का सबसे ज्यादा असर दिख रहा है।

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    'मंदी की कगार पर अमेरिका', रेटिंग एजेंसी मूडीज ने जारी की चेतावनी; अब क्या करेंगे ट्रंप?

    नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी मूडीज के मुख्य अर्थशास्त्री मार्क जांडी ने कहा कि अमेरिका के राज्यों के आंकड़े दर्शाते हैं कि देश मंदी के कगार पर है। वर्ष 2008 में आई महामंदी की भविष्यवाणी करने वाले अर्थशास्त्रियों में से एक जांडी ने कहा कि जीडीपी (America GDP) में एक तिहाई की हिस्सेदारी रखने वाले राज्य वर्तमान में या तो मंदी की चपेट में हैं (US economic downturn) और मंदी के मुहाने पर खड़े हैं। 

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    एक ओर मूडीज रेटिंग एजेंसी ने एक तरह से चेतावनी जारी कर दी तो दूसरी ओर ट्रंप प्रशासन टैरिफ वाला खेल खेल रहा है। भारत से अमेरिका 50 फीसदी टैरिफ वसूल रहा है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या ट्रंप मूडीज के मुख्य अर्थशास्त्री की रिपोर्ट पर विचार करेंगे या नहीं?

    मंदी की कगार पर अमेरिका

    उन्होंने न्यूजवीक को दिए एक साक्षात्कार में कहा, "एक औसत अमेरिकी के लिए यह जोखिम दो तरह से सामने आता है। पहला असर तो इसका यह होगा कि आवश्यक चीजों (Inflation in US) की कीमतें बढ़ेंगी। दूसरा, भोजन, सामान और परिवहन से जुड़े उद्योगों में रोजगार का संकट पैदा होगा।"

    जांडी ने आगे कहा, "कीमतें पहले से ही बढ़ रही हैं और आप इसे आंकड़ों में देख सकते हैं। हालांकि, ये इस हद तक बढ़ेंगी कि लोगों के लिए इसे नजरअंदाज करना नामुमकिन हो जाएगा। वे इसे रोजमर्रा की खरीदी जाने वाली चीजों में साफ तौर पर देख पाएंगे।"

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    मूडीज के मुख्य अर्थशास्त्री ने बताया कि खर्च, रोजगार और मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र के आंकड़ों पर गौर करें तो अर्थव्यवस्था मंदी के बेहद करीब (economy is very close to recession) है। उन्होंने यह भी कहा कि टैरिफ से अमेरिकी कंपनियों के मुनाफे पर पड़ने वाले असर और अमेरिकी आवास बाजार में जारी परेशानी चिंता का सबब है। जांडी ने यह भी अनुमान लगाया है कि वार्षिक मुद्रास्फीति दर, जो वर्तमान में 2.7 प्रतिशत है, अगले साल इसी समय तक तीन प्रतिशत से बढ़कर चार प्रतिशत के करीब पहुंच जाएगी।

    वाशिंगटन मेट्रोपालिटन में दिख रहा मंदी का सबसे ज्यादा असर जांडी ने कहा कि मंदी (US economic downturn) का सामना करने वाले राज्य पूरे देश में फैले हुए हैं, लेकिन सरकारी नौकरियों में कटौती के चलते इसका सबसे ज्यादा असर वा¨शगटन मेट्रोपालिटन में देखा जा रहा है।

    मंदी से बचने के लिए करने होंगे उपाए

    उनके विश्लेषण से पता चलता है कि देश के दक्षिणी हिस्से में स्थित राज्य आमतौर पर मजबूत हैं, लेकिन उनकी वृद्धि धीमी हो रही है। कुल जीडीपी में 20 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाले कैलिफोर्निया और न्यूयार्क की स्थिति कमोवेश ठीक है और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मंदी (US GDP close to recession) से बचाने के लिए उनकी स्थिरता बेहद जरूरी है।

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