अमेरिका में लोगों पर शटडाउन की मार, सरकारी कर्मचारियों को करना पड़ रहा फूड डिलीवरी और कैब ड्राइविंग का काम
अमेरिका में सरकारी शटडाउन के कारण एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बिना वेतन के काम करने को मजबूर हैं। आर्थिक तंगी के चलते वे उबर चलाकर गुजारा कर रहे हैं। स्टाफ की कमी के बीच, कंट्रोलर 60 घंटे तक काम कर रहे हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इससे उड़ान संचालन प्रभावित हो सकता है, जिससे फ्लाइट में देरी और रद्द होने के मामले बढ़ सकते हैं।
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अमेरिका में सरकारी शटडाउन तीसरे हफ्ते में पहुंच चुका है।
नई दिल्ली| अमेरिका में सरकारी शटडाउन तीसरे हफ्ते में पहुंच चुका है, और अब इसका असर आसमान तक दिखाई देने लगा है। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर, जिन्हें 'जरूरी कर्मचारी' माना जाता है, बिना वेतन के काम करने को मजबूर हैं। कई कंट्रोलर अब अपनी रोज़मर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए उबर चलाने, खाना डिलीवर करने या रेस्तरां में पार्ट टाइम काम कर रहे हैं। 1 अक्टूबर से फंडिंग रुकने के बाद से उन्हें सैलरी नहीं मिली है।
फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादातर कंट्रोलर अब घर, पेट्रोल और खाने का खर्च उठाने में संघर्ष कर रहे हैं। नेशनल एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स एसोसिएशन (NATCA) के अध्यक्ष निक डैनियल्स ने कहा, 'हमें बताया गया है कि कभी न कभी वेतन मिलेगा, लेकिन उससे न तो मॉर्गेज भरता है, न पेट्रोल, न खाने के बिल। कोई IOU (बाद में भुगतान) से गुजारा नहीं होता।'
पहले से ही स्टाफ की भारी कमी झेल रहे ये कंट्रोलर अब सप्ताह में 60 घंटे तक काम कर रहे हैं और साथ ही दूसरा रोजगार भी कर रहे हैं। डैनियल्स के मुताबिक, 'वे शिफ्ट खत्म करते हैं और फिर शाम को उबर चलाने या टेबल सर्व करने निकल जाते हैं।'
शटडाउन से 91% कंट्रोल सेंटर्स पर स्टाफ की कमी
फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) के अनुसार, शटडाउन से पहले भी 91% कंट्रोल सेंटर्स में स्टाफ की कमी थी। अब हालत और खराब हो गई है। कई जगहों पर 50% तक कर्मचारी बीमार बताकर छुट्टी पर हैं। NATCA करीब 20,000 एविएशन सेफ्टी प्रोफेशनल्स का प्रतिनिधित्व करती है। संस्था अब बैंकों से बिना ब्याज के लोन की व्यवस्था कर रही है ताकि कर्मचारी कुछ राहत पा सकें।
बढ़ सकते हैं फ्लाइट में देरी-रद्द होने के मामले
वरिष्ठ कंट्रोलर नए भर्ती कर्मचारियों की मदद कर रहे हैं, जो हाल ही में बिना तय वेतन के नए शहरों में शिफ्ट हुए हैं। वहीं, अलास्का एयरलाइंस के पायलट और विदेशी कंट्रोलर (कनाडा, ऑस्ट्रेलिया से) उन्हें खाद्य पैकेज और जरूरी मदद भेज रहे हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि लंबे समय तक यह वित्तीय दबाव उड़ान संचालन को प्रभावित कर सकता है। हालांकि अभी सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा है, लेकिन मनोबल गिरने से फ्लाइट देरी और रद्द होने के मामले बढ़ सकते हैं।
सिर्फ रविवार को ही 7,800 से ज्यादा फ्लाइट्स लेट और 117 कैंसिल हुईं। इस महीने की शुरुआत में एक हफ्ते के भीतर हुई 23,000 देरी में से आधी स्टाफ की कमी से जुड़ी थीं, जबकि सामान्य तौर पर यह आंकड़ा केवल 5% होता है। डैनियल्स ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि नेता इसे खत्म करें। हम ऐसे हालात में नहीं रह सकते, जहां सब बिना पैसे के काम करते रहें।

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