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    ट्रंप जिन AI चिप को लेकर हेकड़ी दिखा रहे, उन्हीं पर चीन ने कस दी नकेल; कैसे मुश्किल में आईं अमेरिकी चिप कंपनियां

    Updated: Sun, 12 Oct 2025 12:50 PM (IST)

    अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर (US-China trade war) में चीन ने अमेरिकी चिप कंपनियों (American chip companies) पर शिकंजा कसा है। चीन ने क्वालकॉम के इजराइली चिप निर्माता ऑटोटॉक्स के अधिग्रहण की जांच शुरू कर दी है, जिससे क्वालकॉम और एनवीडिया के शेयरों में गिरावट आई है। चीन ने अमेरिकी चिप्स पर आयात प्रतिबंधों को भी कड़ा कर दिया है और एनवीडिया के चिप्स की तस्करी की खबरें भी सामने आई हैं।

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    नई दिल्ली। अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वार चरम पर है। जहां एक तरफ ट्रंप ने चीन पर और 100 फीसदी टैरिफ का एलान किया है वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी चिप आयात पर चीन ने सख्ती दिखाई है। अब इसका असर अमेरिकी चिप कंपनियों के शेयरों में गिरावट के रूप में दिख रहा है।

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    चीन ने क्वालकॉम के इजराइली चिप निर्माता ऑटोटॉक्स के अधिग्रहण की जांच शुरू कर दी है। जिसे चीनी प्रतिस्पर्धा-विरोधी कानून के संभावित उल्लंघन का संकेत माना जा रहा है। इसके बाद क्वालकॉम के शेयरों में 7.3% और एनवीडिया के शेयरों में लगभग 5% की गिरावट आई है।

    यह नई जांच उस पूर्व दावे के बाद की गई है जिसमें कहा गया था कि एनवीडिया ने मेलानॉक्स के अधिग्रहण के साथ प्रतिस्पर्धा-विरोधी कानूनों का उल्लंघन किया है। चीनी नियामकों ने कथित तौर पर कंपनियों को एनवीडिया चिप्स (Nvidia chip restrictions) का ऑर्डर बंद करने के लिए प्रोत्साहित किया है।

    यह भी पढ़ें: चीन ने दबाई ट्रंप की दुखती नस, टैरिफ के बाद बेचा सारा बिटकॉइन? क्रिप्टो बाजार में मचा हाहाकार

     

    एनवीडिया सहित अमेरिकी चिप्स पर आयात प्रतिबंध तेज

    चीन ने एनवीडिया सहित अमेरिकी चिप्स पर आयात प्रतिबंधों को और तेज कर दिया है। बीजिंग घरेलू सेमीकंडक्टर उत्पादन को बढ़ावा देने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है। सेमीकंडक्टर शिपमेंट की सख्त जांच के लिए चीनी सीमा शुल्क अधिकारियों को प्रमुख बंदरगाहों पर भेजा गया है।

    इन कड़ी निगरानी से एनवीडिया के एच20 और आरटीएक्स प्रो 6000डी प्रभावित हुए। अब जांच का दायरा बढ़ाकर उन सभी उन्नत सेमीकंडक्टर उत्पादों को भी शामिल कर लिया गया है जो अमेरिकी निर्यात प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हैं।

     

    तस्करी का भी उठा मामला

     

    एनवीडिया की विश्व-अग्रणी चिप्स तक चीन की पहुंच अमेरिका और चीन के बीच टकराव का एक प्रमुख मुद्दा रहा है। फाइनेंशियल टाइम्स अखबार ने पहले खबर दी थी कि मई से शुरू हुए तीन महीनों में कम से कम एक अरब डॉलर मूल्य के एनवीडिया के बेहतरीन एआई चिप्स की तस्करी करके चीन में बेचा गया।

    रॉयटर्स ने भी पिछले महीने खबर दी थी कि एनवीडिया के पास चीनी बाजार के लिए एक नया एआई चिप 'आरटीएक्स6000डी' है, लेकिन इसकी मांग बहुत कम है और कुछ प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनियों ने ऑर्डर नहीं देने का विकल्प चुना है।

    अगस्त में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एनवीडिया को चीन में अधिक आधुनिक चिप्स बेचने की अनुमति देने की संभावना जताई थी। चीन के अधिकारियों ने पहले भी एनवीडिया पर एकाधिकार-विरोधी कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। एफटी ने सितंबर में बताया था कि उन्होंने शीर्ष तकनीकी कंपनियों को एनवीडिया के एआई चिप्स की खरीद रोकने और मौजूदा ऑर्डर रद्द करने का भी आदेश दिया है।

    हाल के साल में हुआवेई और अन्य चीनी चिप कंपनियों द्वारा की गई प्रगति के बावजूद, चीनी प्रौद्योगिकी कंपनियों के इंजीनियरिंग परिचालन से जुड़े लोगों का कहना है कि एनवीडिया की चिप्स बेहतर प्रदर्शन करती हैं।