'रूस के लिए बड़ा झटका', भारत का नाम लेकर ट्रंप ने फिर दिखाए तेवर, लेकिन चीन पर कुछ नहीं बोल पाए
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सोमवार को कहा कि तेल खरीद के लिए भारत पर लगाए गए अमेरिकी टैरिफ (US Tariffs) ने रूसी अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका दिया है जिसकी हालत ठीक नहीं है। उन्होंने भारत को रूस का दूसरा सबसे बड़ा तेल खरीदार बताया। ट्रंप ने दावा किया कि कई देशों पर अमेरिकी टैरिफ लगाने के कारण वैश्विक दबावों से रूस की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।

नई दिल्ली| Trump on India-Russia oil trade : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सोमवार को कहा कि तेल खरीद के लिए भारत पर लगाए गए अमेरिकी टैरिफ (US Tariffs) ने रूसी अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका दिया है, जिसकी हालत ठीक नहीं है।
उन्होंने भारत को रूस का सबसे बड़ा या दूसरा सबसे बड़ा तेल खरीदार बताया। व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग में ट्रंप ने दावा किया कि कई देशों पर अमेरिकी टैरिफ लगाने के कारण वैश्विक दबावों से रूस की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।
ट्रंप का यह बयान 15 अगस्त को अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात (Trump Putin Alaska Meeting) और चीन के लिए अमेरिकी टैरिफ से छूट की समयसीमा (12 अगस्त) खत्म होने से ठीक पहले आया है।
रूस में अच्छा प्रदर्शन करने की संभावनाएं, लेकिन...
उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि रूस को देश के निर्माण में फिर से जुट जाना चाहिए। यह एक विशाल देश है। रूस में अच्छा प्रदर्शन करने की अपार संभावनाएं हैं। लेकिन वे कर नहीं पा रहे हैं। उनकी अर्थव्यवस्था अभी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही है क्योंकि इससे वह बुरी तरह प्रभावित हुई है।''
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अलास्का में पुतिन से शुक्रवार को होने वाली मुलाकात के बारे में ट्रंप ने कहा, ''मुझे लगता है यह बहुत सम्मानजनक है कि रूस के राष्ट्रपति हमारे देश आ रहे हैं, बजाय इसके कि हम उनके देश या किसी तीसरे देश में जाएं। मुझे लगता है कि हमारी रचनात्मक बातचीत होगी।'' उन्होंने कहा कि वह बैठक के बाद यूरोपीय नेताओं से भी बात करेंगे।
ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ बातचीत करने की अपनी योजना का भी जिक्र किया। कहा, ''अगली बैठक जेलेंस्की और पुतिन के साथ होगी या जेलेंस्की-पुतिन और मेरे साथ। उन्हें जरूरत होगी तो मैं वहां मौजूद रहूंगा, लेकिन मैं चाहता हूं कि दोनों नेताओं के बीच बैठक हो।''
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चीन के खिलाफ टैरिफ पर नहीं बोले
चीन के साथ संबंधों और टैरिफ पर छूट की समयसीमा बढ़ाने की संभावना पर ट्रंप ने कहा, ''हम चीन के साथ बहुत अच्छे से पेश आ रहे हैं। वे अमेरिका को भारी शुल्क दे रहे हैं। देखते हैं क्या होता है। वे काफी अच्छे से पेश आ रहे हैं। राष्ट्रपति शी (चिनफिंग) के साथ मेरे संबंध बहुत अच्छे हैं।''
भले ही ट्रंप ने समयसीमा बढ़ाने के बारे में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा, लेकिन ट्रंप प्रशासन पहले ही इसे बढ़ाने के संकेत दे चुका है। अगर यह नहीं बढ़ी तो चीनी वस्तुओं पर टैरिफ बढ़कर 145 प्रतिशत हो जाएगा।
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