'नेवर अंडरएस्टिमेट द पॉवर ऑफ...', रतन टाटा की ये 10 बातें जीवन में लगा देंगी चार चांद, आप हो सकते हैं कामयाब!
Ratan Tata Quotes:आज रतन टाटा की पुण्यतिथि (Ratan Tata Death Anniversary) है। रतन टाटा, जिनका जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ, भारत के सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक हैं। उन्होंने टाटा समूह को एक वैश्विक महाशक्ति बनाया। उनकी पुण्यतिथि पर उनके 10 प्रेरणादायक विचार दिए गए हैं, जो जीवन में बदलाव ला सकते हैं। रतन टाटा हमेशा से भारत की भविष्य की संभावनाओं को लेकर आश्वस्त रहे हैं।

'नेवर अंडरएस्टिमेट द पॉवर ऑफ...', रतन टाटा की ये 10 बातें जीवन में लगा देंगी चार चांद, आप हो सकते हैं कामयाब!
नई दिल्ली। Ratan Tata 10 Inspirational Quotes: 9 अक्टूबर भारत के सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों और परोपकारी लोगों में से एक, रतन टाटा की विरासत को सम्मान देने का दिन है। टाटा समूह को एक वैश्विक महाशक्ति बनाने से लेकर अपनी विनम्रता और दूरदर्शिता से लाखों लोगों को प्रेरित करने तक, टाटा का सफर अद्भुत रहा है। आज पूरा देश उनकी पहली पुण्यतिथि मना रहा है। आज ही के दिन पिछले साल उनका निधन हुआ था। रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर, 1937 को हुआ था और वे नवल टाटा और सोनू कमीसेरिएट के सबसे बड़े पुत्र थे। अपनी दादी, लेडी नवाजबाई टाटा द्वारा पाले गए रतन एन. टाटा परोपकार और जनसेवा से जुड़े माहौल में पले-बढ़े।
रतन टाटा की पुण्यतिथि (Ratan Tata Death Anniversary) के मौके पर आज हम आपको उनके 10 ऐसे पावरफुल कोट्स बताएंगे जो आपके जीवन में बदलाव लाने का काम कर सकते हैं।
रतन टाटा के 10 प्रभावशाली कोट्स । Tata Powerful Quotes in Hindi
- "दूसरों के साथ अपने व्यवहार में दया, सहानुभूति और करुणा की शक्ति को कभी कम मत समझिए।"
- "शक्ति और धन मेरे दो मुख्य दांव नहीं हैं।"
- "चुनौतियों का सामना करते हुए दृढ़ और सामर्थ्यवान रहें, क्योंकि वे सफलता की आधारशिला हैं।"
- "मैं भारत की भविष्य की संभावनाओं को लेकर हमेशा से बहुत आश्वस्त और उत्साहित रहा हूं। मुझे लगता है कि यह अपार संभावनाओं वाला एक महान देश है।"
- "लोग आप पर जो पत्थर फेंकते हैं, उनका इस्तेमाल सुंदर महल बनाने में करें।"
- "मैं सही फैसले लेने में यकीन नहीं रखता। मैं फैसले लेता हूँ और फिर उन्हें सही साबित करता हूँ।"
- "जीवन में उतार-चढ़ाव हमें आगे बढ़ने के लिए बहुत जरूरी हैं, क्योंकि जीवन में भी सीधी रेखा का मतलब है कि हम जीवित नहीं हैं।"
- "लोहे को कोई नहीं मिटा सकता, लेकिन उसका अपना जंग मिटा सकता है! इसी तरह, किसी इंसान को कोई नहीं मिटा सकता, लेकिन उसकी अपनी सोच मिटा सकती है।"
- “मैं हमेशा से ही भविष्य को लेकर बहुत आश्वस्त और उत्साहित रहा हूँ।”
- "व्यवसायों को अपनी कंपनियों के हितों से आगे बढ़कर उन समुदायों के प्रति भी ध्यान केंद्रित करना होगा जिनकी वे सेवा करते हैं।"
रतन टाटा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल से पूरी की और 1955 में कॉर्नेल विश्वविद्यालय गए, जहां उन्होंने आर्किटेक्चर और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में डिग्री में डिग्री हासिल की। रतन टाटा ने 1961 में टाटा समूह के साथ अपनी यात्रा शुरू की। 1974 में टाटा संस के बोर्ड में शामिल होने और अंततः 1991 में अध्यक्ष का पद संभालने से पहले, उन्होंने टेल्को और टाटा स्टील में अनुभव प्राप्त किया।
उनके कार्यकाल के दौरान, टाटा ब्रांड का तेजी से विस्तार हुआ। रतन टाटा के युग में एंग्लो-डच स्टील निर्माता कोरस और ब्रिटेन स्थित कार दिग्गज जगुआर और लैंड रोवर का अधिग्रहण किया। टाटा ने टेटली का भी अधिग्रहण किया, जिससे यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी चाय कंपनी बन गई। यह सौदा आज भी किसी भारतीय ब्रांड द्वारा किए गए सबसे बड़े अधिग्रहणों में से एक माना जाता है।
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