टेलीकॉम कंपनियों के रेवेन्यू में 9.5 फीसद की बढ़ोतरी
दूरसंचार कंपनियों का कुल रेवेन्यू अक्टूबर-दिसंबर, 2014 की तिमाही में 9.54 फीसद बढ़कर 63,955 करोड़ रुपये रहा। दूरसंचार नियामक ट्राई की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
नई दिल्ली। दूरसंचार कंपनियों का कुल रेवेन्यू अक्टूबर-दिसंबर, 2014 की तिमाही में 9.54 फीसद बढ़कर 63,955 करोड़ रुपये रहा। दूरसंचार नियामक ट्राई की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
ट्राई की परफॉर्मेस इंडिकेटर रिपोर्ट के अनुसार इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में ऑपरेटरों का कुल रेवेन्यू 58,385 करोड़ रुपये था। तिमाही के दौरान ऑपरेटरों का एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू यानी एजीआर 10.15 फीसद बढ़कर 43,591 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 39,575 करोड़ रुपये था। एजीआर के आधार पर ही ऑपरेटर सरकार को लाइसेंस शुल्क और स्पेक्ट्रम शुल्क का भुगतान करते हैं।
समीक्षाधीन अवधि में एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया व यूनिनॉर जैसे जीएसएम ऑपरेटरों का प्रति ग्राहक मासिक औसत रेवेन्यू (एआरपीयू) 5.8 फीसद बढ़कर 118 रुपये हो गया। एमटीएस, रिलायंस कम्यूनिकेशंस और टाटा टेलीसर्विसेज सरीखे सीडीएमए ऑपरेटरों का एआरपीयू 4.8 फीसद बढ़कर 109 रुपये पर पहुंच गया। इस अवधि में देश में कुल टेलीफोन सब्सक्राइबरों की संख्या 6.09 फीसद बढ़कर 97.09 करोड़ पर पहुंच गई। इसी प्रकार मोबाइल ग्राहक 6.51 फीसद बढ़कर 94.39 करोड़ हो गए। दिसंबर, 2014 के अंत तक देश में कुल इंटरनेट सब्सक्राइबरों की संख्या 26.73 करोड़ थी।
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