Swiggy अलग करेगी अपना क्विक कॉमर्स बिजनेस इन्स्टामार्ट, SEBI से मिली मंजूरी; कंपनी ने क्यों उठाया यद कदम?
फूड डिलीवरी कंपनी Swiggi ने अपने क्विक कॉमर्स बिजनेस इन्स्टामार्ट को बेचने का फैसला किया है। इसके लिए कंपनी को बाजार नियामक सेबी (SEBI) से मंजूरी भी मिल गई है। इन्स्टामार्ट स्विगी का वह प्लेटफॉर्म है जिसके जरिए ग्राहक मिनटों में ग्रॉसरी और रोज़मर्रा का सामान मंगवा सकते हैं। स्विगी अब अपना ध्यान फूड डिलीवरी और अन्य सेवाओं पर ज्यादा केंद्रित करना चाहती है।

नई दिल्ली| फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी (Swiggi) ने अपने क्विक कॉमर्स बिजनेस इन्स्टामार्ट (Instamart) को बेचने का फैसला किया है। इसके लिए कंपनी को बाजार नियामक सेबी (SEBI) से मंजूरी भी मिल गई है। इन्स्टामार्ट स्विगी का वह प्लेटफॉर्म है, जिसके जरिए ग्राहक मिनटों में ग्रॉसरी और रोजमर्रा का सामान मंगवा सकते हैं।
कंपनी का कहना है कि इन्स्टामार्ट का कारोबार उसकी ही एक सहायक कंपनी स्विगी इंस्टामार्ट प्राइवेट लिमिटेड (Swiggy Instamart Private Limited) को स्लंप के जरिए ट्रांसफर किया जाएगा। इस प्रक्रिया में इन्स्टामार्ट से जुड़े सभी एसेट्स, लाइसेंस, कर्मचारी और कॉन्ट्रैक्ट भी शामिल रहेंगे।
कैसा रहा कंपनी का प्रदर्शन?
कंपनी की फाइलिंग के मुताबिक, वित्त-वर्ष (FY 2024-25) में इन्स्टामार्ट ने करीब 21,296 करोड़ रुपए की आय दर्ज की, जो स्विगी की स्टैंडअलोन आय का 24.21% है। हालांकि, 31 मार्च 2025 तक इन्स्टामार्ट का नेट-वर्थ नेगेटिव ₹2,976.66 मिलियन दर्ज हुआ। कंपनी ने बताया कि इस स्लंप के बदले उसे एकमुश्त कैश अमाउंट मिलेगा, जो इन्स्टामार्ट के एसेट्स और लायबिलिटीज की बुक-वैल्यू पर आधारित होगा।
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स्विगी ने साफ किया है कि यह लेन-देन उसकी ही सहायक कंपनी के साथ हो रहा है, इसलिए यह रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन माना जाएगा। हालांकि, यह आर्म्स-लेंथ प्राइसिंग पर किया जाएगा और इससे कंपनी के शेयरहोल्डिंग पैटर्न पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
पांच साल पहले लॉन्च हुआ था स्विगी इन्स्टामार्ट
स्विगी इन्स्टामार्ट अगस्त 2020 में लॉन्च हुआ था और आज यह 100 से ज्यादा शहरों में 10-15 मिनट में ग्रॉसरी और डेली एसेंशियल डिलीवर करने वाली सबसे तेज बढ़ती क्विक-कॉमर्स सर्विस बन चुकी है। मई 2025 में इसने अपनी पहचान बनाने के लिए 'स्विगी' नाम हटाकर अलग ब्रांडिंग भी की थी।
कंपनी का कहना है कि इन्स्टामार्ट को अलग करके उसे एक फोकस्ड और एफिशिएंट ढांचा मिलेगा, जिससे इसके दीर्घकालिक विकास (Long Term Evolution) और संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल का रास्ता साफ होगा। वहीं मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस कदम से क्विक-कॉमर्स सेक्टर में प्रतिस्पर्धा और दिलचस्प हो सकती है, जहां ब्लिंकिट, ज़ेप्टो और बिगबास्केट पहले से मौजूद हैं।
जोमैटो-ब्लिंकिट के चलते चलते उठाया यह कदम
एक्सपर्ट्स का मानना है स्विगी ने यह कदम जोमैटो के ब्लिंकिट को देखते हुए उठाया है। क्योंकि, जोमैटो ने ब्लिंकिट की बिजनेस अलग कर रखा है और पिछले कुछ सालों में ब्लिंकइट की वैल्यू जोमैटो के मूल बिजनेस यानी ऑनलाइन फूड डिलीवरी से भी ज्यादा है। इसे लेकर माना जा रहा है कि स्विगी ने इंस्टामार्ट को अलग करने का फैसला लिया है।
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