Stallion India Fluorochemicals IPO: 16 जनवरी को खुलेगा धमाकेदार आईपीओ, पैसा लगाने से पहले जानें पूरी डिटेल
Stallion India Fluorochemicals IPO स्टैलियन इंडिया रेफ्रिजरेटर और इंडस्ट्रियल गैसों और उनसे जुड़े प्रोडक्ट्स बेचती है। यह आईपीओ से 199.45 करोड़ रुपये जुटाएगी। स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स की शुरुआत 2002 में हुई थी। इसका मुकाबला नवीन फ्लोरिन इंटरनेशनल SRF और गुजरात फ्लूरोकेमिकल्स जैसी लिस्टेड फर्मों से होगा। स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स के आईपीओ का प्राइस बैंड 85-90 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स का आईपीओ (Stallion India Fluorochemicals IPO) 16 जनवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। इसमें 20 जनवरी तक पैसे लगाए जा सकेंगे। यह कंपनी रेफ्रिजरेटर और इंडस्ट्रियल गैसों और उनसे जुड़े प्रोडक्ट्स बेचती है। स्टैलियन इंडिया आईपीओ से 199.45 करोड़ रुपये जुटाएगी। यह आईपीओ से मिले पैसों का इस्तेमाल कारोबार बढ़ाने के लिए करेगी।
Stallion India Fluorochemicals IPO
स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स के आईपीओ का प्राइस बैंड 85-90 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। इस आईपीओ में 160.73 करोड़ रुपये की 1.79 करोड़ फ्रेश इक्विटी जारी की जाएगी। साथ ही, प्रमोटर शहजाद शेरियार रुस्तमजी ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए 38.72 करोड़ रुपये के 43.02 लाख इक्विटी शेयर बेचेंगे। उनके पास स्टैलियन इंडिया में 94.6 फीसदी हिस्सेदारी है।
वहीं, गीतू यादव के पास पब्लिक शेयरहोल्डर के तौर पर 5.37 फीसदी हिस्सेदारी है। एंकर निवेशकों के लिए यह पब्लिक इश्यू 15 जनवरी को एक दिन के लिए खुलेगा। शेयरों का अलॉटमेंट 21 जनवरी को हो सकता है। वहीं, कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग के लिए संभावित तारीख 23 जनवरी है।
Stallion India कहां करेगी फंड का इस्तेमाल?
स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स आईपीओ से मिलने वाले पैसे में से 95 करोड़ रुपये का इस्तेमाल इंग्रीमेंटल वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी। साथ ही, 50.3 करोड़ रुपये का इस्तेमाल सेमी-कंडक्टर और स्पेशियलिटी गैस डीबल्किंग और ब्लेंडिंग फैसिलिटी (खालापुर) और रेफ्रिजरेंट डीबल्किंग और ब्लेंडिंग फैसिलिटी (मम्बट्टू, आंध्र प्रदेश) में कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए किया जाएगा। बाकी फंड का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट कामकाज के लिए होगा।
Stallion India Fluorochemicals का कारोबार
स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स की शुरुआत 2002 में हुई थी। इसका मुकाबला नवीन फ्लोरिन इंटरनेशनल, SRF और गुजरात फ्लूरोकेमिकल्स जैसी लिस्टेड फर्मों से होगा। स्टैलियन इंडिया रेफ्रिजरेंट और इंडस्ट्रियल गैसों की डीबल्किंग, ब्लेंडिंग और प्रोसेसिंग करती है। यह पहले से भरे हुए कैन्स और छोटे सिलेंडरों या कंटेनरों की बिक्री भी करती है।
Stallion India का वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2024 में स्टैलियन इंडिया नेट प्रॉफिट पिछले साल के मुकाबले 51.6 फीसदी बढ़कर 14.8 करोड़ रुपये हो गया। मार्च 2024 में खत्म वित्त वर्ष के दौरान रेवेन्यू में 3.4 फीसदी का इजाफा हुआ। यह 233.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2023 में यह 225.5 करोड़ रुपये था। वहीं, वित्त वर्ष 2022 में रेवेन्यू 185.9 करोड़ रुपये रहा था।
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