SIP, SWP और STP में क्या होता है अंतर, म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले जानें सभी जरूरी बात
म्यूचुअल फंड में निवेशकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसका मुख्य कारण मिलने वाला हाई रिटर्न है। म्यूचुअल फंड के तहत आपको न्यूनतम 12 से 14 फीसदी तक अनुमानित रिटर्न मिलता है। हालांकि ये रिटर्न बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। अगर आप भी म्यूचुअल फंड में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो इसे जुड़ी कुछ बेसिक जानकारी के बारे में जरूर जान लें।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। म्यूचुअल फंड निवेश के लिए बेहतरीन विकल्प है। क्योंकि इसमें शेयर बाजार में डायरेक्ट निवेश की तुलना में जोखिम कम होता है। म्यूचुअल फंड के तहत आपका पैसा फंड मैनेजर द्वारा निवेश किया जाता है। इसके साथ ही हाइब्रिड और डेट फंड में निवेश कर भी जोखिम को कम किया जा सकता है।
म्यूचुअल फंड में आपको तीन तरह से निवेश करने का ऑप्शन मिलता है। इनमें एसआईपी, एसटीपी और एसडब्लयूपी शामिल हैं। चलिए इन तीनों के बारे में अंतर को समझते हैं।
क्या होता है SIP?
एसआईपी को सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान कहा जाता है। इसके तहत आप किस्तों में म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। इसके साथ ही जब चाहें इसे Pause भी किया जा सकता है। वहीं निवेश रकम और अवधि को बढ़ाया जा सकता है। एसआईपी के जरिए आप म्यूचुअल फंड के किसी भी तरह के फंड जैसे इक्विटी, हाइब्रिड और डेट में निवेश किया जा सकता है।
हालांकि इसमें मिलने वाला रिटर्न बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है।
क्या होता है SWP?
एसडब्लूपी भी एसआईपी की तरह म्यूचुअल फंड में निवेश का एक जरिया है। एसडब्लूपी को Systematic Withdrawal प्लान भी कहा जाता है। इसमें निवेश के लिए आपको एकमुश्त पैसे जमा करने होते हैं। इसके साथ ही आपको म्यूचुअल फंड बेनिफिट के साथ हर महीने कमाई का भी मौका मिलता है।
एसडब्लूपी में निवेश पैसों को कुछ अमाउंट आप हर महीने निकाल सकते हैं। वहीं कुछ अमाउंट आपका शेयर बाजार में निवेश किया जाता है। जिस पर आपको अच्छा खासा रिटर्न मिल जाता है।
STP क्या है?
एसटीपी को Systematic Transfer Plan कहा जाता है। ये आपको बाजार में होने वाले जोखिम से बचाता है। क्योंकि इसके तहत आप अपना पैसा इक्विटी फंड से डेट फंड में ट्रांसफर कर सकते हैं। आप ये ट्रांसफर मनी अपने हिसाब से तय कर सकते हैं।
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