Share Market: आसान भाषा में समझिए शेयर बाजार की शब्दावली, अच्छा निवेशक बनने में मिलेगी मदद
Share Market शेयर बाजार में कई ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है जिन्हें आम आदमी के लिए समझना थोड़ा मुश्किल होता है। आज हम ऐसी ही शब्दावली की पूरी लिस्ट लेकर आए हैं। इसे पढ़ने के बाद आप आसानी से शेयर बाजार में शब्दों को समझ सकेंगे।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर बाजार को लेकर पिछले कुछ समय में लोगों के बीच जागरूकता में काफी इजाफा हुआ है। लोग स्टॉक मार्केट को एफडी और अन्य सुरक्षित निवेश की योजनाओं के बाद निवेश का एक विकल्प मानने लगे हैं। ऐसे में अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करने का मन बना रहे हैं, तो आपको शेयर बाजार में उपयोग होने वाली बेसिक शब्दावली को जान लेना चाहिए।
इसमें हम आपको सेंसेक्स, निफ्टी, बियर मार्केट, बुल मार्किट, ब्लू चिप स्टॉक्स, डिविडेंड, आईपीओ, मूविंग एवरेज और शार्ट सेलिंग आदि के बारे में बताएंगे।
निफ्टी या निफ्टी50 नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का मुख्य सूचकांक है। यह बाजार के रुख को दिखाता है। इसमें बाजार मूल्यांकन के हिसाब से देश की 50 सबसे बड़ी कंपनियां होती हैं।
सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का मुख्य सूचकांक है। यह देश की 30 सबसे बड़ी कंपनियों में मिलकर बना होता है।
बियर मार्केट (Bear Market) उस स्थिति का कहा जाता है, जब एक साल में बाजार अपने उच्चतम स्तर से 20 प्रतिशत नीचे फिसल जाता है। बुल मार्केट ठीक इसका उल्टा होता है। एक साल में शेयर बाजार 20 प्रतिशत से अधिक बढ़ जाता है, तो इसे बुल मार्केट कहा जाता है।
ब्लू चिप स्टॉक (Blue Chip Stock)देश की 100 सबसे बड़ी कंपनियों के शेयरों को कहा जाता है। उदाहरण के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी, टीसीएस, एसबीआई और एचसीएल टेक जैसी कंपनियों के शेयर ब्लू चिप स्टॉक्स हैं।
डिविडेंड या लाभांश (Dividend), कंपनियों की ओर से अपने निवेशकों तिमाही, छिमाही या फिर सालाना आधार पर दिया जाता है। यह कंपनियों की ओर से निवेशकों को मुनाफे में से दिया जाता है। ये शेयर की कीमत से अतिरिक्त होता है।
मूविंग एवरेज (Moving Average) का सबसे अधिक प्रयोग टेक्निकल एनालिसिस में किया जाता है। ये किसी भी शेयर के औसत भाव को बताता है। यह मिनटों से लेकर मासिक या फिर वार्षिक होता है।
शार्ट सेलिंग (Short Selling), जब भी कोई ट्रेडर बिना डीमैट के शेयर बेच देता है। उसे शार्ट सेलिंग कहा जाता है। बेहद कम कीमत वाले शेयरों को पेनी स्टॉक (Pennay Stock) कहा जाता है। इनकी कीमत कुछ पैसों से लेकर 10 या 20 रुपये तक होती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग (Intrday Trading), जब भी किसी ट्रेडर की ओर से किसी शेयर को खरीदकर उसी दिन बेच दिया जाता है, उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।
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