नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आज से भारतीय शेयर बाजार में नई क्रांति आ गई है। ऐतिहासिक बदलाव के बाद स्टॉक मार्केट में T+1 सेटलमेंट (T+1 Settlement) को शुरू किया गया है। इस नई प्रक्रिया के आने के बाद शेयरों की खरीद-बिक्री से आने वाले पैसे या शेयर निवेशकों के डीमैट अकाउंट में 24 घंटों के भीतर दिखाई देने लगेगा। इससे बाजार में लिक्विडिटी बढ़ सकती है और मार्जिन की जरूरत कम होने की उम्मीद है। वहीं, इस सुपरफास्ट प्रक्रिया के बाद भारत को दुनिया के सबसे प्रगतिशील और पारदर्शी इक्विटी बाजारों में से एक भी बन गया है।
क्या है टी+1 सेटलमेंट
पहले से मौजूद टी+2 सेटलमेंट के तहत अगर निवेशक आज किसी शेयर को खरीद रहा है तो यह 48 घंटों में उसके डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता है। ऐसा ही शेयरों की बिक्री में भी होता है, जिसमें बिक्री का पैसा 48 घंटों में अकाउंट में दिखाई पड़ता है। वहीं, इससे पहले टी+3 का चलन था, जिसमें इससे भी ज्यादा समय में निवेशक के डीमैट अकाउंट में शेयर या पैसों को क्रेडिट किया जाता था।
नए टी+ 1 सेटलमेंट के आने से शयरों को खरीदने पर यह एक दिन के अंदर निवेशक के डीमैट अकाउंट में दिखने लग जाएगा। बिक्री के पैसे भी 24 घंटों के अंदर अकाउंट में क्रेडिट हो जाएंगे। यानी कि सुबह स्टॉक मार्केट में शेयर बेचिए और शाम को घर आते तक आपके अकाउंट में पैसे आ जाएंगे।
फरवरी 2022 में पहली बार हुआ था लागू
केतन पारेख घोटाले के बाद भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने भारतीय शेयर बाजारों को अधिक पारदर्शी और निवेशकों के अनुकूल बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी क्रम में टी+1 को बीते साल फरवरी में जारी किया गया था। मार्केट वैल्यू के हिसाब से 100 सबसे छोटे शेयर में 25 फरवरी, 2022 को पहली बार T+1 सिस्टम लागू किया था।
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