PPF के पैसों को कहां करें निवेश, SCSS या SWP क्या है ज्यादा बेहतर?
Retirement Planning रिटायरमेंट लाइफ बिना किसी परेशानी के बीते इसके लिए बेहतर है कि पहले से प्लानिंग की जाएं। ताकि बुढ़ापे में आपको आर्थिक जरूरतों के लिए किसी पर निर्भर ना होना पड़े। वैसे तो रिटायरमेंट पेंशन को लेकर कई स्कीम उपलब्ध है। लेकिन आज हम सीनियर सिटीजन स्कीम और एसडब्ल्यूपी (SWP) की तुलना करेंगे। ये जानेगे कि रिटायरमेंट के लिए इन दोनों में से क्या बेहतर है?

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। 30 से 40 वर्ष होने के बाद हर कोई रिटायरमेंट की प्लानिंग करने लगता है। वैसे तो हर नौकरीपेशा व्यक्ति की सैलरी से पीएफ काटा जाता है। जो 60 साल बाद या रिटायर होने के बाद पेंशन के रूप में मिलता है।
अगर ध्यान दिया जाए तो ईपीएफ के तहत मिलने वाली राशि आज से कई सालों बाद शायद ही सभी खर्चों के लिए पर्याप्त हो। ऐसे आप खुद से ही अलग-अलग जगह निवेश कर पर रिटायरमेंट के लिए बेहतरीन प्लान तैयार कर सकते हैं।
इस रिटायरमेंट प्लानिंग में हमने पीपीएफ, सीनियर सिटीजन स्कीम और म्यूचुअल फंड का एसडब्ल्यूपी को शामिल किया गया है। इसके साथ ही आपके पास सीनियर सिटीजन स्कीम या एसडब्ल्यूपी दोनों में से किसी एक को चुनने का ऑप्शन है।
कैसे करें रिटायरमेंट प्लानिंग
35 से 40 उम्र के बाद सैलरी का कुछ भाग रिटारयमेंट के लिए सेव कर लें। आप हर महीने 5000 रुपये रिटायरमेंट के लिए बचा सकते हैं। अब ये तय करना होगा कि 5000 रुपये कहां निवेश किए जा सकते हैं।
अगर कोई व्यक्ति 40 की उम्र से सेविंग करना शुरू करता है। तो 60 साल से पहले ही उसे एसडब्लूपी से एक्सट्रा इनकम का फायदा हो सकता है। हालांकि खास स्थिति को छोड़ते हुए कोई भी निवेशक 60 साल से पहले सीनियर सिटीजन स्कीम का लाभ नहीं ले सकता है।
इसलिए हमने कैलकुलेशन के दौरान निवेशक की आयु 45 साल मानी है।
कैलकुलेशन
पहले 15 सालों में पीपीएफ का करें चयन
अगर कोई निवेशक 45 साल की उम्र में भी पीपीएफ शुरू करता है, तो उसे 60 साल की उम्र में बिना कमाई के भी अच्छी खासी इनकम मिलने लगती है। हमने यहां पहले के 15 सालों के लिए पीपीएफ का चयन किया है। क्योंकि इसमें टैक्स छूट मिलती है। वहीं इसका लॉगइन पीरियड 15 वर्ष है। इसके साथ ही पीपीएफ के तहत गांरटी रिटर्न मिल जाता है।
15 सालों की कैलकुलेशन
निवेश राशि- हर साल 60 हजार रुपये
(हर महीने 5000 रुपये बचाएं)
निवेश अवधि- 15 साल
निवेश में मिलने वाला रिटर्न- 7.1 फीसदी
अगर पीपीएफ में हर साल 60 हजार रुपये 15 सालों के लिए निवेश किया जाएं, तो 7.1 फीसदी रिटर्न के हिसाब से आपको मिलने वाला कुल अमाउंट 16,27,284 रुपये होगा। वहीं कुल रिटर्न 7,27,284 रुपये और कुल निवेश राशि 9,00,000 रुपये होगी।
60 साल में कैसे कमाएं एक्स्ट्रा इनकम
अब पीपीएफ से मिलने वाली राशि को सीनियर सिटीजन स्कीम या एसडब्ल्यूपी में से किसी एक में निवेश किया जा सकता है। हम दोनों की कैलकुलेशन को समझते हैं।
सीनियर सिटीजन स्कीम से होने वाली कमाई
निवेश रकम- 30 लाख रुपये
मिलने वाला रिटर्न- 8.2 फीसदी
अगर कोई निवेशक सीनियर सिटीजन स्कीम में 5 साल के लिए निवेश करता है। तो 8.2 रिटर्न के हिसाब से आपकी हर तीसरे महीने 6000 रुपये की कमाई होती है। वहीं स्कीम के तहत 5 सालों बाद 4,23,0000 रुपये मिलेंगे। वहीं कुल रिटर्न 1,23,000 रुपये होने वाला है।
आप इस स्कीम में 30 लाख रुपये से ज्यादा निवेश नहीं कर सकते हैं।
SWP से कमाई
एसडब्ल्यूपी म्यूचुअल फंड का ही एक टाइप है। अगर कोई निवेशक इसमें 5 साल के लिए 16 लाख रुपये निवेश करता है। तो अनुमानित रिटर्न 12 फीसदी के हिसाब से आपको लगभग 16,21,478 रुपये मैच्योरिटी पर मिलते हैं। वहीं इसके तहत आप हर महीने 10,000 रुपये की इनकम का लाभ ले सकते हैं।
आपके लिए क्या बेहतर है, ये आपकी जरूरतों और पसंद पर निर्भर करता है। एसडब्ल्यूपी और एससीएसएस में मुख्य अंतर यही है कि एसडब्ल्यूपी में मिलने वाला रिटर्न बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है। वहीं सीनियर सिटीजन स्कीम में गारंटी रिटर्न मिलता है।
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