जारी रहेगी नीतिगत निरंतरता, पदभार संभालने के बाद RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने दिया संदेश
मल्होत्रा ने वित्तीय समावेशन को आरबीआइ के एक अहम उद्देश्य के तौर पर चिन्हित किया। इसके अलावा उन्होंने संकेत दिया कि बैंकिंग सेक्टर में और आरबीआई के कार्यकलाप में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को और ज्यादा बढ़ावा दिया जा सकता है। आरबीआई के नए गवर्नर ने पहले दिन ही केंद्रीय बैंक की गतिविधियों से जुड़ी कई अहम बैठकों मे हिस्सा लिया है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को अपना कार्यभार संभाल लिया। कार्यभार संभालने के साथ ही उन्होंने एक अहम संदेश यह दिया कि केंद्रीय बैंक की नीतिगत निरंतरता जारी रहेगी। हालांकि, जो भी चुनौतियां पेश आएंगी उसको लेकर आरबीआई पहले की तरह सतर्क बना रहेगा।
खासतौर पर अभी जिस तरह की वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक हालात को देखते हुए ज्यादा सतर्कता बरती जाएगी। एक दिन पहले गवर्नर पद से सेवानिवृत्त होने वाले डॉ. शक्तिकांत दास ने भी तकरीबन यही बातें कही थीं।
मुंबई स्थित आरबीआई के कार्यालय में पदभार संभालने के कुछ ही देर बाद अपनी पहली प्रेस वार्ता में मल्होत्रा ने कहा, 'स्थिरता काफी जरूरी है। टैक्सेशन से संबंधित नीति हो या मौद्रिक नीति या कोई और नीति हर जगह स्थिरता व निरंतरता को बनाए रखना जरूरी होता है।'
उन्होंने कहा कि आरबीआई जैसे संस्थान के लिए भरोसा भी काफी महत्वपूर्ण होता है। चुनौतियों को देखते हुए हमें सतर्क रहना होगा। आरबीआई की परंपरा रही है कि वह वित्तीय संस्थानों, सरकारों व अन्य सभी नियामक एजेंसियों से विमर्श करता रहता है तो इसे भी बरकरार रखा जाएगा।'
ब्याज दरों में कटौती पर पर क्या होगा फैसला?
हर सेक्टर से संबंधित लोगों से विमर्श को नए गवर्नर ने खासतौर पर चिन्हित किया। मल्होत्रा ने वित्तीय समावेशन को आरबीआई के एक अहम उद्देश्य के तौर पर चिन्हित किया। इसके अलावा उन्होंने संकेत दिया कि बैंकिंग सेक्टर में और आरबीआई के कार्यकलाप में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को और ज्यादा बढ़ावा दिया जा सकता है।
बताया गया है कि आरबीआई के नए गवर्नर ने पहले दिन ही केंद्रीय बैंक की गतिविधियों से जुड़ी कई अहम बैठकों मे हिस्सा लिया है। उनकी अगुआई में मौद्रिक नीति समिति की पहली बैठक फरवरी, 2025 में होनी तय है। इसमें ब्याज दरों को घटाने को लेकर फैसला होने के कयास लगाये जा रहे हैं।
कौन हैं संजय मल्होत्रा (Sanjay Malhotra)?
संजय मल्होत्रा राजस्थान कैडर के 1990 बैच के IAS अधिकारी हैं। वह मूलत: राजस्थान के ही रहने वाले हैं। उन्हें अक्टूबर 2022 में रेवेन्यू डिपार्टमेंट में नियुक्त किया गया था। इससे पहले वह वित्तीय सेवा विभाग में सचिव थे। वह सरकारी कंपनी REC लिमिटेड के चेयरमैन और एमडी भी रह चुके हैं।
मल्होत्रा ने आईआईटी कानपुर से पढ़ाई की है। उन्होंने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर्स डिग्री हासिल की है। अपने तीन दशक के करियर में मल्होत्रा पावर, फाइनेंस, टैक्सेशन, आईटी और माइंस जैसे विभागों में सेवाएं दे चुके हैं।
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