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    'रुपये में गिरावट कमजोरी नहीं, सोची समझी रणनीति', एक्सपर्ट ने बता दी अंदर की बात; कहा- 100 तक जाएगा रुपया

    Updated: Wed, 17 Dec 2025 01:20 PM (IST)

    एक विशेषज्ञ का मानना है कि रुपये में गिरावट कमजोरी नहीं, बल्कि एक सोची-समझी रणनीति है। उनका कहना है कि रुपये का मूल्य 100 तक जा सकता है। विशेषज्ञ के अ ...और पढ़ें

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    'रुपये में गिरावट कमजोरी नहीं, सोची समझी रणनीति', एक्सपर्ट ने बता दी अंदर की बात; कहा- 100 तक जाएगा रुपया

    नई दिल्ली। भारत का रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गिर रहा है। मंगलवार को रुपया 91 रुपये के नीचे चला गया था। हालांकि, आज यानी बुधवार को इसमें सुधार देखा गया। रुपये में आ रही इस गिरावट के बीच भारतीय निवेशक परेशान हैं। शेयर बाजार पर भी इसका नेगेटिव असर देखा जा रहा है। लेकिन रुपये की इस गिरावट पर मार्केट एक्सपर्ट और Sense and Simplicity के फाउंडर और सीईओ सुनील सुब्रमण्यम ने बड़ी बात कही है।

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    उनका कहना है कि रुपये में गिरावट कमजोरी नहीं, बल्कि सोची समझी रणनीति है। उन्होंने साफ कहा कि आने वाले समय में रुपये 100 के लेवल को भी टच कर सकता है। उन्होंने जागरण बिजनेस से एक्सक्लूसिव बातचीत में यह सब कहा।

    एक्सपर्ट सुनील सुब्रमण्यम ने रुपये में आ रही गिरावट के पीछे के कारण बताएं और एक्सप्लेन किया कि आखिर भारतीय रिजर्व बैंक इसमें दखल क्यों नहीं दे रहा है? आइए जानते हैं कि आखिर उन्होंने रुपये की गिरावट पर क्या कहा।

    'रुपया का कमजोर होना टैरिफ के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार'

    सुनील सुब्रमण्यम ने कहा कि रुपया का वीक होना भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी बात है। यह इकॉनमी को सपोर्ट दे सकती है। भारत पर 50 फीसदी अमेरिकी टैरिफ लगने से प्रेशर है। इसके बावजूद इंडिया का एक्सपोर्ट बढ़ रहा है। व्यापार घाटा कम हुआ है। इसलिए रुपये का कमजोर होना हमारे लिए खतरे की घंटी नहीं है। भारतीय रिजर्व बैंक की टीम सिर्फ रुपया और डॉलर को देखकर दखल नहीं देती। वह एक्सपोर्ट-इंपोर्ट से लेकर क्रूड ऑयल तक इन सब चीजों पर नजर बनाए हुए है। जब उन्हें लगेगा कि दखल देने की जरूरत है तो वो इसमें दखल देंगे।

    उन्होंने कहा, "एक साल से रुपये के ऊपर बहुत प्रेशर है। आरबीआई जानबूझकर इसे फिसलने दे रही है, ताकि टैरिफ को काउंटर किया जा सके। रुपये में आ रही गिरावट हमारे लिए टैरिफ के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार है। रुपया अपने सही लेवल को खोज रहा है।"

    '100 रुपये के लेवल को टच करेगा रुपया'

    जागरण बिजनेस से बात करते हुए सुनील सुब्रमण्यम ने कहा कि हमें RBI पर भरोसा रखना चाहिए। आरबीआई के पास 700 बिलियन डॉलर की रिजर्व है। अगर उनको लगा कि जरूरत से ज्यादा रुपये वीक हो रही है तो वह दखल देंगे। रुपये का सही लेवल 100 है। एक समय रुपये ओवरवैल्यूड थी। जब रुपये 100 के लेवल पर आएगा तो यह उसका सही लेवल होगा। अगर रुपया 100 तक जाएगा तभी टैरिफ का प्रभाव कम होगा।

    एक्सपर्ट ने बताए रुपये के कमजोर होने के दो बड़ा कारण

    एक्सपर्ट सुनील सुब्रमण्यम ने रुपये के कमजोर होना का कारण बताया। उन्होंने कहा कि रुपये के ऊपर गोल्ड की वजह से दबाव बना हुआ है। गोल्ड ईटीएफ में लोग भर-भरकर निवेश कर रहे हैं। इसलिए रुपये के ऊपर प्रेशर बना हुआ है। जब निवेशक गोल्ड ईटीएफ में निवेश करता है तो वह डॉलर में डील होता है। इसलिए सोना रुपये में गिरावट का एक बड़ा कारण है।

    वहीं, इस ट्रेड डील की वजह से भी रुपया गिर रहा है। इस समय सोना और India US Trade Deal रुपये के सबसे बड़े विलेन बने हुए हैं। हालांकि, FIIS की वापसी से रुपया मजबूत होगा। 

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